मुज़फ्फरनगर / मीरापुर – ग्रामीणों द्वारा खुले आम रिक्शे में ले जाती हुई कार्यकर्ती को रोक कर आलाधिकारियों से शिकायत की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि आलाधिकारी शिकायत मिलने पर भी मौन रहते है और कार्यवाही की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
जनपद मु नगर के ग्रामीण क्षेत्रों जैसे जानसठ -मीरापुर आदि जगहों पर बच्चों के पुष्टाहार को पशुपालकों को चन्द रुपयों के लालच में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां बेच रहीं हैं ।इस तरह की गडबडी ग्रामीण क्षेत्रों में खूब चल रही हैं और बच्चों को पुष्टाहार नहीं बांटा जा रहा है ।तहसील जानसठ क्षेत्र के गांव में बच्चों के पुष्टाहार को लेकर मामला चर्चाओं में हैं
बता दें तहसील जानसठ क्षेत्र के कई ग्रामों की आंगनवाड़ी कार्यकर्ती महिलाएं राशन बच्चों को मिलने वाला मिडडे मील का राशन लेकर अपने अपने सेंटरों में लाती है।उसके बाद कुछ बच्चों को देकर बाकी राशन पशुपालकों को भेज देती हैं आसपास के ग्रामीण इलाकों जैसे कव्वाल ,चित्तौड़ा,नंगला, सिखेड़ा,सालारपुर गढ़ी,जानसठ, रायपुर,तिलोरा ,
मीरपुर के ग्राम कुतुबपुर आदि अन्य गांव में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है अवैध रूप से बच्चों का निवाला ।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ती ई रिक्शा में भरकर खुले आम बेचने जाती है मिडडे मील का राशन। सूत्रों की अगर बात करें तो यह राशन मात्र दो सौ से ढाई सौ रुपयों के चन्द लालच में बेचती हैं।जिसे पशु पालक भी आराम से खरीद रहे हैं ।आस पास के ग्रामीणों का कहना है कि जब भी वे इस तरह के कारनामो को पकड़ते है तो आंगबाड़ी कार्यकत्री कहती है कि ग्राम प्रधान से लेकर आलाधिकारियों तक शिकायत करो हमारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है । वे खुले आम कहती हैं की यह सब कार्य ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय अधिकारी की ही जानकारी में होता है ।जब इस संबंध में ग्राम प्रधानों से जानकारी लेनी चाही तो ग्राम प्रधान ने आंगनवाड़ी की ओर से पल्ला झाड़ लिया और कहा कि हमें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है ।
आज भी थाना मीरापुर क्षेत्र के ग्राम कुतुबपुर में ग्रामीणों ने एक आंगबाड़ी कार्यकत्री को रंगे हाथो ई रिक्शा में लादकर बच्चों के मिलने वाले मिडडे मील के राशन सहित पकड़ा था और इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस के साथ ही एस डी एम जानसठ को भी दी गई।
जिस पर एस डी एम ने ग्रामीणों को आश्वाशन देते हुए बताया की इसकी जाँच पड़ताल की जायेगी अगर उक्त मामला सही पाया गया तो निश्चित ही महिला कार्यकत्री के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी।सभी ग्रामीण इकट्ठा होकर उप जिलाधिकारी जानसठ से मिले और आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की शिकायत की और कहा की गरीब बच्चों का राशन भी नहीं छोड़ रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ती।
साथ ही उन्होंने बताया की गांव में कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जिनके पास किसी भी चीज की कमी नहीं है वे भी महीने में एक ही बार आँगन बाड़ी कार्यकत्रियों से इकट्ठा राशन लाकर पशुओं को खिलाते हैं ।ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा की जब बच्चों का राशन पशु खाएंगें तो बच्चे क्या खाएंगे।उन्होंने कहा की कुछ महिलाएं तो बच्चों को लालच देने के बाद दो-दो चार-चार पैकेट ₹10 मैं बिकवा दे दी है ग्रामीणों ने कहा की जिले के आलाधिकारी इस तरफ भी ध्यान दें।
– मुजफ्फरनगर से भगत सिंह