सहदेई बुजुर्ग/बिहार- राजापाकर प्रखंड व थाना क्षेत्र में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। भारत बंद के दौरान केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के काफिला को लोमा गांव में बंद समर्थकों ने रोक दिया। उन्हें बैरन वापस जाना पड़ा। उल्लेखनीय है कि SC ST एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में बीते 2 अप्रैल को दलित संगठनों ने भारत बंद किया था तथा उस दिन कई स्थानों पर हिंसक झड़पें भी हुई थी। उसी के जवाब में मंगलवार को आरक्षण के विरोध में भारत बंद कराया है। थाना क्षेत्र के बड़ाटी ओपी अंतर्गत अक्षयवट चौक ,रंदाहा, लोमा,चकसैद एवं राजापाकर प्रखंड के बेलकुंडा और बोतला चट्टी चौक के हाजीपुर महुआ मार्ग पर बंद समर्थकों ने टायर जलाकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया। जिससे आम जनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बंद समर्थकों ने दोपहर में सैकड़ों की संख्या में प्रखंड मुख्यालय के राजापाकर बाजार, भुनेश्वर चौक, इतवार हॉट, स्टेट बैंक ,स्कूल आदि को बंद कर दिया। बंद के दौरान थाना क्षेत्र से कोई हिंसक झड़प की सूचना नहीं है। भारत बंद के दौरान केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को राजापाकर की ओर आने के क्रम में बराटी ओपी क्षेत्र के लोमा दुर्गा स्थान के पास बंद समर्थकों ने उनके काफिले को रोक दिया। लाख प्रयास करने के बावजूद उन्हें राजापाकर की ओर नहीं जाने दिया। स्कॉट कर रही पुलिस के समझाने के बाद भी समर्थकों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
-रत्नेश कुमार,वैशाली/ बिहार