आजमगढ़- कर्मचारी संघ की तरफ से शहर से लेकर विकास भवन, कलेक्ट्रेट, पार्कों में बंटी-बबली की जोड़ी के नाम पर जगह-जगह पोस्टर चस्पा किया गया है। इसमें जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अर्चना सिंह व अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुनील सिंह की फोटो लगाई गई है। पोस्टर में जमगढ़ में बंटी बबली की जोड़ी शासन-प्रशासन दोनों पर भारी शीर्षक लगाई गई है। वहीं कई विभागों की कारगुजारियों की जांच कर रहे अधिकारी दंपति ने इसे प्रताड़ित करने का तरीका बताया है। वैसे अधिकारी कर्मचारी के बीच टकराव का यह पहला मामला नहीं है। पिछले महीने ही विकास भवन में सीडीओ व परियोजना निदेशक के बीच मारपीट के बाद पीडी के समर्थन में कर्मचारी संघ उतर कर विकास भवन में प्रदर्शन ही नहीं किया बल्कि ताला बंदी भी की। पांच माह पूर्व भी एडीएम प्रशासन के खिलाफ पीडी के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ था। अब ताज़ा मामले से एक बार फिर यह काम करने के माहौल पर सवाल खडा हो गया है। अधिकारी दम्पति के अनुसार उनकी पिछले 6 सालों की जांच में समाज कल्याण विभाग, प्रोबेशनरी कार्यालय, शिक्षा विभाग, बुनकर, डीआरडीए, डीपीआरओ समेत अन्य विभागों में करोड़ों के घोटालों का पर्दाफाश किया है। जिसके चलते 10 मुकदमे दर्ज हुए हैं और कई निलंबित व बर्खास्त हो चुके हैं। कर्मचारी संघ के नाम से एक कथित मैगजीन में छापे लेख को पोस्टर बना कर इसमें पति-पत्नी दोनों अधिकारियों पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए हैं। यह कहा गया है कि ये लोग कई साल से जनपद में जमे हुए हैं। पोस्टर किसने लगाया यह कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। मामले में जिला अर्थ संख्या अधिकारी के अनुसार जनपद में करोड़ों रुपये के घोटालों की जांच कर मैंने पर्दाफाश किया है। इसकी वजह से भ्रष्टाचारी बौखला गए हैं। अगर किसी भी जांच के मामले में कोई यह पुष्टि कर दे कि मैंने कोई किसी से धनउगाही की है और उसका साक्ष्य दे दे तो मैं अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दूंगी। कहा कि कर्मचारी यहाँ कई साल से जमे हैं वह हमें ही कई साल से तैनाती को भ्रष्टाचार का पैमाना बता कर साजिश रच रहे हैं जबकि अपर सांख्यिकी अधिकारी ने बताया कि पिछले तीन साल से भ्रष्टाचारियों द्वारा इस तरह की हरकतें की जा रही हैं। इससे वह हतोत्साहित होने वाले नहीं है। मैं कई भ्रष्टाचारियों को पकड़ कर करोड़ों का घोटाला उजागर कर चुका हूं। इससे घबराकर ये लोग अनाप-शनाप कृत्य कर रहे हैं।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़