बरेली। कोरोना वायरस के चलते सरकार में पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में फोटोग्राफर के सामने भरण पोषण का कर पाना मुश्किल हो रहा है। सरकार द्वारा सभी का ध्यान रखा गया लेकिन फोटोग्राफरो का ध्यान नही रखा गया। फोटोग्राफर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व जिलाधकारी बरेली को पत्र भेजकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया और आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है। पत्र में बताया गया कि घरों में कैद फोटोग्राफर का बिजनेस चौपट हो गया। फोटो ग्राफर अपने परिवार का पालन पोषण अपने हुनर से करता है लेकिन लॉकडाउन के कारण न तो दुकाने खुल रही है और न ही शादी पार्टियां हो रही है। नबम्बर से शादियों का सीजन शुरू होता है सीजन से पहले 90 प्रतिशत फोटो ग्राफर अपने कैमरे नए लेते है। जिनमे 2 प्रतिशत नकद ले लेते है वाकी लोग लोन से लेते है। कैमरे इतने महंगे है कि लोन लेना मजबूरी है एक एक कैमरे की कीमत 2 लाख से अधिक होती है और एक पार्टी को अटेंड करने के लिए चार पांच कैमरों की आवश्यकता होती है। उन्हें चलाने के लिये 10 लड़को का स्टाफ चाहिए होता है। इस तरह लाखों रुपए के कैमरों की किस्त व स्टाफ का मानदेय चुका पाना कठिन है। बरेली में लगभग 650 से अधिक छोटे बड़े फोटोग्राफर है जो फोटोग्राफरी, बीडियोग्राफरी के साथ ड्रोन कैमरा, LED वॉल, फोटो एलबम डिजाइनर व वीडियो मिक्सिंग आदि का कार्य करते है। फोटोग्राफर के साथ साथ उनके परिवार के सदस्य भी तनाव में जीवन यापन कर रहे है। इन सबकी पीड़ा को देखते हुए फोटोग्राफर एसोसिएशन बरेली के अध्यक्ष अरबिन्द आनंद ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व जिलाधकारी बरेली को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है।।
– बरेली से कपिल यादव