आजमगढ- आजमगढ़ के पवई थाना के फत्त्नपुर में 10 लाख की फिरौती के लिए 14 वर्षीय सचिन यादव की हत्या कर कुएं में फेंकने के मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार कर पुलिस ने कोर्ट के सामने पेश किया। वहीं पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता कर घटनाक्रम के बारे में खुलासा किया। एसपी ने बताया कि आरोपी मृतक के पिता का दोस्त था। उसको जानकारी थी कि मृत बालक के पिता के खाते में काफी धन है, जो मुम्बई में फ्लैट बेच कर मिला है। इसी लिए आरोपी ने सचिन के माध्यम से घर पर कॉल कराया था। इसके लिए नई मोबाइल व सिम का इस्तेमाल किया गया था। सचिन को एक लड़की से मिलाने का लालच दे कर बुलाया था। वहीं मामले में आरोपी ने कहा कि वह नशे में था और सचिन के आने पर झगड़ा हुआ इसके बाद धोखे से कुल्हाड़ी, ईंट व मफलर से मार दिया और कुएं में फ़ेंक दिया।
सचिन ने 26 की रात करीब 21:28 बजे अपनी मां के मोबाइल पर फोन करके कहा कि एक आदमी ने मुझे गांव के बाहर रोक लिया है तथा छोड़ने के लिए 10 लाख रुपए की मांग कर रहा है। इसके पश्चात उसका मोबाइल स्वीच आफ हो गया। अपहृत बालक के पिता संतोष यादव ने समय 09:47 रात्रि में 100 नंबर पर सूचना दिया । सूचना के बाद जांच के आधार पर रवि कुमार पुत्र सभाजीत निवासी फत्तनपुर का नाम संदिग्ध रूप से सामने आया जो कि अपहृत सचिन के पिता संतोष यादव का मित्र था। अभियुक्त रवि कुमार से पूछताछ की गई तो जुर्म स्वीकार करते हुए पूरी घटना का विवरण बताया। घटना का उद्देश्य था कि मृतक का पिता सन्तोष यादव मुम्बई में स्थित प्रॉपर्टी बेचकर गाँव आ गया था। बेचे हुए धनराशि से गाँव का घर बनवाया व अपने खाते में 5-6 लाख रूपया बचाकर रखा था। अभियुक्त मृतक के पिता का घनिष्ठ परिचित था जिसको बैंक में रखे पैसे के सम्बन्ध में जानकारी थी। एक योजना के तहत अपने गांव के सिकन्दर कुमार का मोबाइल चुरा लिया था और उसमें एक नया सिम लगाकर मौके की फिराक में था। रवि ने सचिन से कहा कि 08 बजे शाम को स्कूल के पीछे जो आम का पेड़ है उसी के पास मिलनाए तुमको एक लड़की से मिलवाऊगा। योजना के मुताबिक सचिन 08:30 बजे शाम को वही पर मिला बातचीत के दौरान अभियुक्त ने झटके से मफलर की मदद से सचिन का गला कस दिया तो सचिन ने कहा कि ऐसा क्यों कर रहें हो। तुम्हे जो चाहिए वो बताओ जिस पर अभियुक्त ने कहा कि तुम अपने घर पर फोन करके बताओं की मेरा एक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया है। 10 लाख रूपये फिरौती मिलने पर ही छोड़ेगा । इस बात पर सचिन ने अभियुक्त द्वारा चुराई गयी मोबाइल नम्बर से अपनी माँ को फोन करके उपरोक्त बात बतायी। फोन करने के बाद सचिन ने कहना शुरू किया कि मैं घर जाकर सब बताऊंगा। भेद खुलने के डर से अभियुक्त सचिन ने हथौड़ी,कुल्हाड़ी से सिर पर मारकर घायल कर दिया और अपने मफलर से गला घोंटकर हत्या कर दिया तथा लाश को छुपाते हुये पास के सुखे कुएं में लाश पर डाल दिया और उक्त मोबाइल को लेकर अपने घर आ गया। अपराध को छुपाने के लिए सुबह 04 बजे शव को जलाने की नियत से कुएं के पास गया । काफी कोशिश करने पर भी शव जलाने मे असमर्थ रहा। घटना स्थल से आलाकत्ल मफलर बरामद किया गया व अभियुक्त रवि की निशानदेही पर फिरौती में प्रयुक्त सैमसंग मोबाइल व अभियुक्त की मोबाईल एक खुनालूद कुल्हाड़ी एवं अभियुक्त के घर से एक सोने की चेन जिसको मृतक ने पहना था बरामद किया गया।
Report:- Rakesh Verma Azamgarh