बरेली। प्लॉट से रास्ते के विवाद मे 13 मार्च को चाचा-भतीजे की हत्या की साजिश मे शामिल होने के आरोप में बरेली गन हाउस के मालिक को बुधवार को थाना फरीदपुर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। गांव घारमपुर मे कुन्ना खां के नाम कृषि भूमि है। साल 2019 में शरीफ खां और गुल खां उसमें से जबरन रास्ता मांग रहे थे। रास्ता नहीं देने पर विवाद बढ़ गया, जिसमें अफसरिया और नन्हें खां मिस्त्री की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में दौलत खां, मोहलत खां, इरशाद और रहमत खां चार लोगों को जेल जाना पड़ा। चार साल बाद तीन लोगों की जमानत हाईकोर्ट से हुई, जबकि दौलत खां की जमानत बाद में सुप्रीम कोर्ट से हुई थी। जेल जाने के बाद विपक्षी हत्या में शामिल अभियुक्तों के जमानत पर आने का इंतजार कर रहे थे। 13 मार्च 2025 को जमानत पर आने के बाद रामगंगा के किनारे खेत की रखवाली करने जा रहे दौलत खां और रईस खां को रास्ते में घेरकर विपक्षियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। दौलत खां के पुत्र मोहम्मद आरिफ की तहरीर पर पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए दो आरोपी शरीफ खां और अब्बास खां को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के पास लाइसेंसी बंदूक भी थी। जिसे आरोपियों ने घटना से दो दिन पहले बरेली गन हाउस में जमा करना दिखा दिया। इंस्पेक्टर हरेन्द्र सिंह की जांच मे घटना से ठीक दो दिन पहले बंदूक को जमा करना संदिग्ध प्रतीत हुआ। बुधवार को पुलिस ने हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में गन हाउस के मालिक अतीक को गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव