फरीदपुर, बरेली। तीन दिन पहले हुए प्रसव के बाद नवजात की अस्पताल मे इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल स्टाफ और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। परिजनो का कहना है अस्पताल प्रबंधन मृत बच्चे का इलाज करके रुपये वसूलता रहा है। परिजनों ने यूपी 112 पर फोन करके पुलिस बुलाई। पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन सूत्रों के अनुसार 8 हजार रुपये में अस्पताल प्रबंधन ने वापस कर दिए तो घर वाले बच्चे का शव लेकर चले गए। कस्बे के मोहल्ला परा निवासी अरशद की पत्नी निशा को तीन दिन पहले प्रसव पीड़ा हुई, परिजन उसे नगर के बीसलपुर रोड स्थित निजी अस्पताल बाल मिशन लेकर गए। जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया डॉक्टर के अनुसार बच्चे का वजन कम था और उसे वार्मर मशीन पर रखा था। डॉक्टर ने उसका तीन दिन तक इलाज किया और शाम को परिजनों को बताया आपके बच्चे की हालत ज्यादा खराब है उसे बरेली के किसी बाल रोग विशेषज्ञ को ले जाकर दिखाएं। उसे ले जाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत है। इसके बाद डॉक्टरों ने 2000 मे एंबुलेंस भी बुला दी लेकिन जब परिजनों ने बच्चों को देखा तो वह मृत था। इसके बाद परिजनों ने हंगामा किया और यूपी 112 को सूचना दी। परिजनों का आरोप है कि उन्हें बच्चों से डॉक्टर ने मिलने नही दिया और जब बच्चे के बारे में पूछा तो डॉक्टरों ने कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया, उनका बच्चा सुबह ही खत्म हो चुका था, लेकिन मृत बच्चे का डॉक्टर ठीक बताकर उनसे पैसे वसूलते रहे। फिलहाल परिजनों और अस्पताल दोनों में समझौता हो गया।।
बरेली से कपिल यादव