बरेली। जीवनधारा पुनर्वास एवं शोध संस्थान और आर्मी पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को स्कूल परिसर में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्रधानाचार्या डॉ. सरिता सिरोही, उप प्रधानाचार्य एनके माथुर जीवनधारा पुनर्वास व शोध संस्थान के सदस्यों ने किया। कार्यक्रम का उद्देश्य ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के बारे में जागरूकता, स्वीकृति और समावेश को बढ़ावा देना रहा। जिसमें इंटरएक्टिव गेम्स-फन गेम्स, ड्राइंग एवं क्राफ्ट गतिविधियां आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। जीवनधारा के चेयरमेन डॉ. अमिताव मिश्रा ने बताया कि ऑटिज्म (स्वलीनता) को मेडिकल भाषा में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसॉर्डर के नाम से जाना जाता है। यह एक विकास संबंधी गड़बड़ी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति को बातचीत करने में, पढ़ने-लिखने में और सामाजिक मेलजोल बनाने में परेशानी आती है। डायरेक्टर शाश्वती नन्दा, पीजीटी मनोविज्ञान डॉ. पारूल मिश्रा, आयुष गगन, ललिता कुमारी, एक राम सिंह, हर्ष चौहान, सोनल भाटिया, हेमा चौहान, ममता दिवाकर, रुक्सार खान, काजल यादव, सोनम पांडेय आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव