वाराणसी/सेवापुरी- पंचकोशी तीर्थ स्थल के तीसरे पड़ाव रामेश्वर में सोमवार की भोर से अगहन वदी छठ के दिन लगने वाले लौटा बेटा के नाम पर लोटा-भंटा के मेले में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने वरुणा नदी में डुबकी लगाकर रामेश्वर महादेव को बाटी चोखा का भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण किया।मेले में सुरक्षा व्यवस्था की चाक-चौबंद व्यवस्था रही।मेला सुरक्षा व्यवस्था की कमान खुद एडीएम प्रशासन राजेश श्रीवास्तव व एसपी ग्रामीण मार्तंड प्रकाश सिंह संभाल रखे थे। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एसडीएम राजातालाब अमृता सिंह व एसडीएम पिंडरा मणीक्न्द ए व सीओ सदर अभिषेक पांडेय,सीओ बड़ागांव अर्जुन सिंह के साथ जंसा,बड़ागांव,कपसेठी,चोलापुर फूलपुर के थानाध्यक्ष भारी पुलिस बल,पीएसी,जल पुलिस,महिला पुलिस,गोताखोर के साथ मौजूद रहे। अपर जिलाधिकारी प्रशासन राजेश श्रीवास्तव एसपी ग्रामीण मार्तंड प्रकाश सिंह ने दोपहर दो बजे तक दो लाख की भीड़ होने का दावा किया जबकि देर शाम तक लगभग पांच की भीड़ मेले में उमड़ पड़ी थी पुलिस प्रशासन व एलआईयू विभाग ने भी इस बात की पुष्टि की। लोटा भंटा मेला क्षेत्र में चहुओर धुंए के गुब्बार के बीच उपली के अहरे पर बांटी,चोखा,दाल चावल बना कर लोग भोले शिव को भोग लगा कर प्रसाद ग्रहण कर रहे थे।मेले में उपली,आंटा,दाल,चावल भंटा,आलू,मिट्टी की हाड़ी,काठ की ओखली,मूसल,कठवत सहित गृहस्थ के सभी सामग्री बिक रहे थे। मेले में मेलार्थियों को सब कुछ तो खूब भाया परंतु बड़ा झूला न लगने से लोग मायूस थे। लोटा भंटा के मेले में बच्चों ने चरखी,सिनेमा, भूत प्रेत के जादू व सुपर ड्रैगन,मिक्की माउस का खूब आनंद उठाया। बता दें कि रामेश्वर नगर के राजा का पुत्र लापता हो गया था। राजा अपने पुत्र को खोज खोज कर थक हार गया था,परंतु पुत्र नहीं मिला। जब पांचो पांडव द्रोपदी सहित रामेश्वर में पंचकोशी परिक्रमा करने के लिए आए तो उसी भीड़ में राजा का खोया हुआ बेटा मिल गया। इधर राजा को खोया हुआ पुत्र मिला और उधर राजमहल से सूचना आई की रानी को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। राजा अति प्रसन्न होकर लापता हुए बेटे का नाम लौटा बेटा रख दिया। उसी लौटा बेटा के नाम पर रामेश्वर में प्रसिद्ध लोटा-भंटा के मेले का आयोजन हर वर्ष अगहन छठ को किया जाता है।
वही रामेश्वर में लोटा भंटा के मेले के पूर्व रविवार को एसडीएम राजातालाब अमृता सिंह निरीक्षण करने के लिए वरुणा घाट पर पहुंची थी।जिन्होंने प्रधान को निर्देशित किया कि मेलार्थियों को स्नान करने के बाद कपड़ा बदलने के लिए बांस बल्ली के सहारे त्रिपाल लगाकर अस्थाई रूप से बाथरूम बनवा दें।परंतु निर्देश के बावजूद भी घाट पर प्रधान द्वारा अस्थाई रूप से बाथरूम का निर्माण नहीं करवाया गया।जिससे वरुणा में नहाने वाली महिलाओं को कपड़ा बदलने में काफी परेशानी उठानी पड़ी।
वही रामेश्वर के लोटा भंटा मेले में महिला चेन स्नेचरो की भी खूब चांदी रही। मेला देखने आई मिर्जापुर की ममता,चंदौली की कलावती, वाराणसी सिंधोरा की सुशीला व मीरा,बड़ागांव की प्रीति यादव, बड़ागांव हसनपुर की शांति देवी के गले से चेन स्नेचरो ने सोने की चेन के साथ उनका पर्स भी उड़ा दिया।पुलिस ने चेन स्नेचरों की सूचना मिलते ही सक्रिय हो गई।जंसा पुलिस ने एक महिला चेंन स्नेचरो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय के साथ( विनोद सिंह)वाराणसी