वाराणसी- काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज काशी में विकास कार्य प्रगित पर हो रहे हैं. पीएम ने जनता की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप मालिक हैं और मैं सेवक हूं. इसलिए पाई-पाई का हिसाब देने आया हूँ।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वाराणसी को पूर्वी भारत के गेटवे के तौर पर देखने का प्रयास हो रहा है. वाराणसी को वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने की 21वीं सदी की आवश्यकता के अनुरूप मेडिकल सुविधा देकर सभी का विकास किया जा रहा है. आज एलईडी की रोशनी से काशी जगमगा रही है. शहर की सड़कों पर रात में भी मां गंगा का प्रवाह साफ दिखता है।
पीएम मोदी ने कहा कि एलईडी बल्ब से बिजली के बिल में कमी आई है. वाराणसी नगर निगम में एलईडी बल्ब लगाने के बाद करोड़ों रुपये की बचत हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी में नई सड़कों का विस्तार होता दिखाई दे रहा है. वर्षों से वाराणसी में रिंग रोड की चर्चा हो रही थी, लेकिन इसका काम फाइलों में दबा हुआ था. 2014 में जब सरकार बनने के बाद रिंग रोड की फाइल को फिर से निकाला गया. यूपी में पहले की सरकार ने इस प्रोजेक्ट में गति नहीं आने दी।
पीएम मोदी ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनी है. तब से यह काम बहुत तेजी से पूरा किया जा रहा है. काशी में करोड़ों रुपये की सड़क की योजनाएं चल रही हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बाबतपुर से कचहरी मार्ग पर बन रही सड़क पर लगभग साढ़े सात सौ करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिससे अब एयरपोर्ट जाने में समय की बचत होगी. बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहले आठ लाख लोग आते-जाते थे. अब बदलाव के साथ 21लाख लोग इस एयरपोर्ट पर आते-जाते हैं. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को इंटीग्रेट किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि इसके अलावा इलाहाबाद और छपरा रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है. वाराणसी से अनेकों नई ट्रेनों की शुरुआत पिछले चार सालों में की गई हैं. काशी से नई दिल्ली, बड़ोदरा और पटना जाने के लिए अलग-अलग महामना एक्सप्रेस चलाई गई हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि सारनाथ में पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था की गई है. दुर्गा मंदिर, मारकंडेय महादेव मंदिर, आस्था से जुड़े अनेकों स्थलों का सुंदरीकरण भी किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज काशी में स्वच्छता के प्रति परिवर्तन दिख रहा है. कूड़े से आधुनिक तकनीक के द्वारा खाद बनाने का काम भी किया जा रहा है. हर रोज सैकड़ों मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करसड़ा के प्लांट में हो रहा है।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी