बरेली/ मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी। जनपद के ब्लॉक आलमपुर जाफराबाद मे मनरेगा के तहत किए गए कार्यों के सत्यापन के बाद सचिव, ग्राम प्रधान, तकनीकी सहायक और रोजगार सेवकों पर दर्ज मुकदमे को रद्द करने की मांग तेज हो गई है। जिसके क्रम मे शुक्रवार को प्रधान संघ व तकनीकी सहायकों व सचिवों और रोजगार सेवकों ने मीरगंज व फतेहगंज पश्चिमी विकास खण्ड कार्यालय के गेट का ताला बंद करते हुए धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। जिससे विकास खण्ड कार्यालय का कामकाज कई घंटे तक प्रभावित रहा और दोपहर के समय धरना स्थल पर पहुंची एसडीएम मीरगंज तृप्ति गुप्ता को आंदोलनकारियों ने थाना में दर्ज प्राथमिकी को रद्द कराये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। उसके उपरांत धरना समाप्त कर दिया गया। जानकारी के अनुसार विकास खंड आलमपुर जाफराबाद का विकास लेबल कम आने के कारण डीएम ने समूचे ब्लॉक की जांच कराई थी। जांच के दौरान ग्राम पंचायत खेड़ा और ताजपुरा नवदिया मे कराए गए विकास कार्य मे अनियमिताएं मिलने पर जिलाधिकारी ने प्रधान, सचिव, रोजगार सेवक, तकनीकी कर्मचारी पर कार्यवाही की थी। जिसके विरोध मे शुक्रवार को स्थानीय ब्लॉक परिसर में प्रधान, सचिव, रोजगार संगठन ने संयुक्त रूप से दोपहर तीन बजे तक काम काज की हड़ताल करके धरना प्रदर्शन करके कार्यवाही वापस लेने की मांग की है। इस दौरान सचिव पुष्पेन्द्र गंगवार, राजन बाबू, आलोक यादव, हर्ष चौहान, अतुल सक्सेना, शेर सिंह आदि प्रधान, सचिव, रोजगार सेवक मौजूद रहे। वही मीरगंज मे खंड विकास अधिकारी को लिखित सूचना देकर चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे कार्य बहिष्कार करेंगे। धरना प्रदर्शन करने वालों मे सोनू कुर्मी, सुशील कुमार, गजेंद्र वर्मा, महेंद्र पाल व राजीव शर्मा एवं प्रधानगणों मे वीरेंद्र कुमार गंगवार, सोमपाल गंगवार, विजय सिंह, सत्यपाल पाल, राजेंद्र कुमार, गजेंद्र सिंह गंगवार, सुनीता देवी, हरीराम लोधी, जितेंद्र सिंह गंगवार, शान नवी आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव