बरेली। जनरल इंश्योरेंस पेंशनर एसोसिएशन नार्दन जोन की बरेली यूनिट के महासचिव श्याम माथुर ने कहा कि फैमिली पेंशन बढ़ाने की जरूरत है। महंगाई बढ़ रही है। खर्चे भी बढ़ रहे हैं। पेंशन में कम से कम 15 से 30 प्रतिशत की वृद्धि की जाए। उन्होंने यह बातें बुधवार को जंक्शन रोड स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान कहीं। कहा कि 1995 में पेंशन योजना लागू होने के बाद आज तक पेंशन अपडेशन की सुविधा नहीं लागू की गई। फैमिली पेंशनर की बैंक, एलआईसी और केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर 30 प्रतिशत की सुविधा लंबित है। इसकी वजह से फैमिली पेंशनर की स्थिति बहुत चिंताजनक है। केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के उत्थान के लिए तमाम योजनाएं बनाई जा रही है लेकिन हमारी एसोसिएशन में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर ध्यान नही दिया जा रहा है। जबकि बीमा कंपनियां लिखित रूप से सरकार को आश्वासत कर चुकी हैं कि इसके क्रियान्वयन में सरकार से किसी प्रकार के आर्थिक सहयोग की आवश्यकता भी नहीं है। कंपनियां अपने उपलब्ध साधनों से प्रबंध करेंगी। आयोजन सचिव रजनीश पांडेय ने कहा कि 80 वर्ष के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को बढ़ाई जाने वाली पेंशन की योजना का लाभ उन्हें नहीं दिया जा रहा है। मेडिक्लेम प्रीमियम को लेकर बोले कि सेवानिवृत कर्मचारी खुद इसका वहन कर रहा है। उस पर भी सरकार 18 फीसदी जीएसटी वसूल रही है। कहा है कि साधारण बीमा कंपनियों के सेवानिवृत कर्मचारियों की मांगों पर सरकार सहानुभूति दिखाते हुए विचार करे, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर न होना पड़े। स्टाफ मेडिक्लेम पॉलिसी में सेवारत कर्मचारियों को प्रीमियम में मिलने वाले डिस्काउंट का लाभसेवानिवृत कर्मचारियों को दिलाने, जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा ऑनलाइन, मेडिक्लेम पॉलिसी का प्रीमियम ऑनलाइन जमा कराने पर जोर दिया। कार्यकारिणी सदस्य अनिल कांत सक्सेना, पंकज गोयल, विजय मल्होत्रा आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव