- फाइलेरिया रोग से बचने के लिए करें सर्वजन दवा का सेवन : सुशील कुमार
- जिले में 10 फरवरी से चलाया जाएगा अभियान
मोतिहारी/बिहार- सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि फ़ाइलेरिया (हाथी पाँव) लाइलाज बीमारी है, जिससे बचाव का एकमात्र रास्ता दवा का सेवन करना है। उन्होंने बताया कि फ़ाइलेरिया क्युलेक्स नाम के मच्छर के काटने से होता है। इसके कारण इंसान के शरीर के कई अंगों में सूजन आ जाता है और वह चलने फिरने में भी लाचार हो जाता है। रोग की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा साल में एक बार फ़ाइलेरिया की दवा सेवन के लिये सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि फ़ाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति में लक्षण दिखाई देने में 10 से 15 वर्ष का समय लग सकता है. फ़ाइलेरिया की दवा पूरी तरह सुरक्षित है और इससे कोई नुकसान नहीं होता है, इसलिए समुदाय के लोगों को एमडीए राउंड में दवा सेवन करने में संकोच नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा ।
- फाइलेरिया से बचने के लिए करें सर्वजन दवा का सेवन : सुशील कुमार
जिले के केबीसी 5 के विजेता व चंपा से चम्पारण एवं गौरैया संरक्षण अभियान के युवा समाजसेवी सुशील कुमार ने सरकार की इस मुहिम में शामिल होते हुए अपील की कि 10 फरवरी से फ़ाइलेरिया के उन्मूलन हेतु जिले के लोगों को दवा खिलाई जाएगी, अतः सभी निर्धारित आयु वर्ग के लोग स्वास्थ्य कर्मियों के सामने दवा का सेवन अवश्य करें। वहीँ वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। साथ ही यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवतीमहिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं खानी है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन के उपरांत कुछ लोगों में उल्टी, सर दर्द, जी मिचलाना जैसी शिकायतें हो सकती हैं जो स्वतः समाप्त हो जाती हैं. दवा सेवन के बाद किसी भी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट होने पर लोगों की सुरक्षा हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन भी किया जा रहा है।
– बिहार से नसीम रब्बानी