बरेली। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी की मां के नाम पर बने यशोदा एआई अभियान को लांच किया। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में हुए कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि इस एआई अभियान के अंतर्गत देश भर की एक करोड़ महिलाओं को एआई साक्षर बनाने की तैयारी है। फ्यूचर शिफ्ट लैब्स के सहयोग से मिलकर तैयार इस प्रोजेक्ट के तहत देश भर मे 500 वर्कशॉप कराई जाएंगी। इसमें महिलाओं को एआई की जानकारी देने के साथ ही साइबर अपराध को लेकर भी जागरूक किया जाएगा। वर्ष 2027 तक चलने वाले कार्यक्रम में छात्राओं, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं, आशा कार्यकर्ताओं, शिक्षिकाओं, पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस दौरान एआई से जुड़े खतरे डीप फेक, वॉइस स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, डाटा चोरी को लेकर भी जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। वही महात्मा ज्योतिया फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय मे असिस्टेंट प्रोफेसर कामिनी विश्वकर्मा लॉ विभाग मे कार्यरत है।मगर कार्यस्थल पर यह शोषण की शिकार है। उन्होंने शारीरिक और मानसिक शोषण करने का आरोप विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह पर लगाया है। आयोग की आयक्ष को प्रार्थना पत्र सौंपकर कहा कि, मैडम न्याय दिला दीजिए, नहीं तो जान दे दूंगी। कहा कि वह एक जागरूक और पढ़ी लिखी महिला होने के बाद भी न्याय के लिए लड़ाई लड़ रही है। उन्हें कार्य नही दिया जा रहा है। बोली कि उनकी बात मानों ही ठीक, नही तो परेशान किया जा रहा है। कहा कि जब लों की शिक्षिका के साथ ऐसा हो रहा है तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा और इससे भी बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि कहीं सुनवाई न ही। इस दौरान वह फफक-फफक कर खूब रोई।।
बरेली से कपिल यादव