परिषदीय स्कूलों के बच्चों को नही मिल पा रही मिड-डे मील की राशि

बरेली। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के कारण कई बच्चों के खातों में मिड डे मील की रकम नहीं पहुंच पाई। शिक्षकों ने जो डाटा भेजा है वह आधा अधूरा है। जिस कारण बच्चों के अभिभावकों के बैंक खाते में रुपए पहुंचे ही नही। सूत्रों की मानें तो करीब 75 फीसदी बच्चों का डाटा गलत होने से यह परेशानी आई है। शिक्षकों ने अभिभावकों के बैंक डिटेल को ठीक से तैयार नहीं किया। जिस कारण बच्चों के बैंक खाते में मिड डे मील की राशि नहीं पहुंच पाई। बता दें कि कोरोना के कारण स्कूल बंद चल रहे है।इसलिए शासन की ओर से बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील को बंद कर इसकी रकम और राशन बच्चों को भेजने की योजना बनाई गई। बता दें कि कई शिक्षक तो ऐसे हैं जिन्होंने स्कूल में कदम रखे बिना ही छात्रों का डेटा बनाकर भेज दिया। शिक्षकों ने कितने बच्चों का डाटा पूरा भेजा है। इस बात का पता अब चल पा रहा है जब बच्चों के बैंक खाते में मिड डे मील की रकम नहीं पहुंच रही है। जब इस बारे में बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों से पता किया तो सच सामने आने लगा शिक्षकों ने लापरवाही करते हुए बच्चों का डाटा ठीक से लिया ही नही न ही ठीक से भेजा है। जिस कारण बच्चों का मिड डे मील की रकम नहीं पहुंची। शासन ने मिड डे मील का पैसा बच्चों के बैंक खाते में भेजने के लिए योजना तैयार की। इसके लिए बच्चों के अभिभावकों के बैंक खाते में मिड डे मील की रकम को भेजा जा सके। बच्चों को कच्चा राशन भी दिया गया। बेसिक शिक्षकों के कारण जिले में करीब 72 प्रतिशत बच्चों का डाटा ही मिसमैच है। बच्चों के अभिभावकों के बैंक की डिटेल पोर्टल प्रेरणा यूपी डॉट इन पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक 323456 बच्चों में से 81497 बच्चों के अभिभावकों का डाटा सही पाया गया है।।

बरेली से कपिल यादव

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