पराली से बना कृत्रिम कोयला बायलरों और ईट भट्ठों मे इस्तेमाल पर जोर

बरेली। बीडीए के नए कार्यालय मे मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में धान की फसल से उत्पादित अपशिष्ट पराली को जलाने से बढ़ रहे प्रदूषण और पराली प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें पराली या पराली से निर्मित पेलेट व ब्रिकेट (कृत्रिम कोयला) को बायलर बेस्ड उद्योगों, ईंट भट्ठा उद्योगों में प्रयोग लाने के संबंध में जानकारी दी गई। इसके वित्तीय एवं पर्यावरण को होने वाले लाभके बारे में भी बताया गया। डोहरा रोड पर बीडीए के नए कार्यालय में बुधवार की शाम आयोजित कार्यशाला में समर्थ मिशन के अधिकारी धर्मेश कुमार एवं इंडस्ट्री एक्सपर्ट सुनील राय ने पराली व इससे निर्मित कृत्रिम कोयले के बारे में उद्यमियों को जानकारी दी। सुखवीर एग्रो के सीएल वर्मा ने बताया कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान मे उनकी राइस मिलों में उनके खुद के पावर प्लांट हैं जो पराली को ईंधन के रूप में उपयोग करके 166 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन करते हैं और इसके लिए बायलर में मात्र 10-15 प्रतिशत ही परिवर्तन करना पड़ता है। कोयले की अपेक्षा पराली की कार्यक्षमता बेहतर होती है। प्लाईवुड व्यापारी अशोक कुमार अग्रवाल ने अवगत कराया कि पराली को अपने प्लाईवुड प्लांट में ईंधन के रूप में उपयोग करने से उनके प्लांट की प्लाईवुड बनाने की लागत 10-15 प्रतिशत कम हो गई। सम्भागीय खाद्य नियंत्रक एवं बीडीए वीसी मनिकंडन ए ने बताया कि बरेली मंडल में लगभग 27 लाख मीट्रिक टन पराली प्रत्येक वर्ष धान की फसल के अपशिष्ट के रूप में उत्पादित होती है। जो कि वेस्ट हो रही है। मंडल में अत्यंत सीमित संख्या में पराली एग्रीगेटर तथा पराली से पेलेट बनाने की कोई भी इकाई मौजूद नहीं है। परिणामस्वरूप राइस मिलों मे ड्रायर के लिए तथा बायलर आधारित उद्योगों में फायरिंग के लिए पराली के पेलेट का उपयोग लगभग नगण्य है। यूपीनेडा के निदेशक इंद्रजीत सिंह वर्चुअल लिंक के माध्यम से कार्यशाला से जुड़े। मंडलायुक्त ने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले पराली एंड यूजर एवं स्वयं सहायता समूह, पराली एग्रीगेटर्स को कई बिंदुओं पर जानकारी दी। कार्यशाला में संयुक्त आयुक्त उद्योग, उप गन्ना आयुक्त, सम्भागीय खाद्य विपणन अधिकारी, संयुक्त निदेशक कृषि, उपनिदेशक (प्रशा/वि), राज्य कृषि उत्पादन मण्डी समिति, उप श्रमायुक्त, डिप्टी कमिश्नर एनआरएलएम, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, प्लाईवुड उद्योग, शुगर मिल्स, राइस मिल्स आदि के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।।

बरेली से कपिल यादव

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