फरीदपुर, बरेली। जनपद के थाना फरीदपुर क्षेत्र मे पति से झगड़े के बाद नाराज महिला ने अपनी डेढ़ वर्ष के बेटे को लेकर घर से चली गई। वह गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर द्वारकेश शुगर मिल के पास रेलवे फाटक पर पहुंची। ट्रेन आते ही उसके आगे बच्चे समेत कूद गई। जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। वह हादसे के समय साथ में मौजूद था, लेकिन दुर्घटना के बाद मौके से भाग गया। हादसे के बाद पति समेत ससुराली भी नजर नही आए। पुलिस मृतक मां-बेटे का पंचनामा अज्ञात मे भर रही थी, हालांकि बहन ने पहुंचकर दोनों का पंचनामा भरवाया। मृतक महिला की बहन ने उसके पति पर धक्का देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि, देर शाम तक पुलिस को कोई तहरीर नही दी थी। थाना फरीदपुर क्षेत्र के द्वारिकेश शुगर मिल के पास स्थित रेलवे ट्रैक पर फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के गांव तरा खास निवासी अंगूरी द्वारा बेटे अजय संग ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने के मामले में पति पर परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। फरीदपुर क्षेत्र के ग्राम करनपुर कला निवासी रेखा ने बताया कि सोमवार सुबह उसकी बहन के पति मोपेंद्र ने फोन कर सूचना दी कि अंगूरी बेटे संग ट्रेन के आगे कूद गई। जिससे दोनों की मौत हो गई। उस समय वह भाई गौरव के साथ बिलसंडा मे एक शादी समारोह में शामिल होने गई हुई थी। हादसे की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची तो देखा बहन के ससुराल से कोई भी घटनास्थल पर मौजूद नही था। आरोप है कि पुलिस अज्ञात में पंचनामा भर कर कार्रवाई कर रही थी। मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने अपनी बहन की शिनाख्त की। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम होने के बाद भी ससुराल से कोई भी शव लेने नही आया। शव को पोस्टमार्टम के बाद रेखा मायके करनपुर कला ले गई। इसके बाद अपने पिता ओमप्रकाश को फोन पर सूचना दी। पिता भी सूचना के बाद राजस्थान से घर के लिए रवाना हो गए। रेखा का आरोप है कि उसके बहनोई ने उसे ट्रेन के पास खड़ा करके धक्का दे दिया। जिससे मां-बेटे की मौत हो गई। रेखा ने रोते हुए कहा कि अगर उसकी बहन अंगूरी की गलती थी तो उसे मार देते, लेकिन डेढ़ साल के मासूम अजय ने क्या बिगाड़ा था। जिसे ट्रेन के आगे फेंक दिया। उसने तो अभी ठीक से लोगों को पहचानना भी नहीं सीखा था। यह कहते हुए उसका गला भर आया। घटनास्थल पर यह सुन सभी की आंखें नम हो गईं। आरोप है कि लगभग एक माह पहले अंगूरी ने बड़े ऑपरेशन से एक मृत बेटी को जन्म दिया था, लेकिन, 8 दिन पहले ही उसके ऑपरेशन के टांके काटे गए हैं। जब वह खुद ही मरीज है तो तरा खास से चलकर द्वारकेश चीनी मिल के पास कैसे पहुंच गई, जबकि तराखास से घटनास्थल की दूरी लगभग 8 से 10 किलोमीटर की होगी।।
बरेली से कपिल यादव