आज़मगढ़- जिले में एक दिन पूर्व शहर की घनी आबादी के बीच मुकेरीगंज में पटाखे के गोदाम में आग लगने के मामले में मृतकों की संख्या आधिकारिक तौर पर 7 हो गयी है जिसमें 5 की हालत नाजुक बनी हुई है। अभी भी 10 लोगों का उपचार चल रहा है। हादसे के बाद पुलिस ने अब दुकान मालिक के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर दुकानों को सीज कर दिया है। डीएम ने कहा रेड क्रॉस सोसाइटी से मृतक के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता की जायेगी। वहीं सदर विधायक ने भी इलाज़ करा रहे पीड़ितों के लिए प्रशासनिक मदद की मांग की है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को 10 लाख की मदद शासन की तरफ से होनी चाहिए। प्राईवेट अस्पताल में इलाज़ में ज्यादा पैसा की मांग की जा रही है उसे भी देखा जाना चाहिए। बता दें कि आजमगढ़ के मुकेरीगंज में घनी आबादी के बीच पटाखे की दुकान का लाइसेंस दिया गया था। ऊपर परिवार रहता था। ऊपर के मंजिल में बाहर से लोहे की सीढ़ी बनाने के चक्कर में वेल्डिंग की जा रही थी और राजगीर मजदूर भी काम कर रहे थे। वेल्डिंग की चिंगारी से अन्दर रखे पटाखों के साथ ही गैस सिलेंडर में आग धधक गयी थी। इस घटना में दुकानदार की 2 सगी बेटियां, 3 मजदूर, 1 राजगीर और 1 अन्य की, अब तक कुल सात मौत हो चुकी है। जिसमें सगी बहन राखी (22 वर्षीय), बेबी (17 वर्षीय) पुत्री श्रीराम गुप्ता, मजदूर उपेंद्र यादव (25 वर्षीय) निवासी बेरमा जीयनपुर, मजदूर राम लखन (50 वर्षीय) देवारा कदीम महराजगंज, मजदूर राम मिलन (30 वर्षीय) शंभूपुर गहज़ी अहरौला, राजगीर जगपति चौहान (50 वर्षीय) पूनापार घोसी मऊ, सतिराम (55 वर्षीय) की मौत हो चुकी हैं। आज भी मौके पर पहुंचकर जिले के अधिकारियों ने जांच पड़ताल किया। कहा कि मलबे के नीचे और कोई है कि नहीं वह तलाशा जा रहा है। इस बड़ी घटना के बाद अब अग्निशमन के अधिकारी जागे और जिले के घनी आबादी में चल रहे अवैध पटाखे, डीजल, मोबिल के धंधे पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़