मध्यप्रदेश /दमोह – तीन जिले की सीमा में शामिल नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में अभी एक बाघ व बाघिन हैं लेकिन यह संख्या अतिशीघ्र ही बढ़ जाएगी नौरादेही में अन्य नेशनल पार्कों से बाघ लाए जाने की योजना तैयार पूरी होने को हैं डीएफओ अंकुर अवधिया ने बताया है कि नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ाएं जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जो शीध्र ही पूरे हो जाएंगे। डीएफओ के अनुसार जल्द ही नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में दो से अधिक बाघों की दहाड़ों से गूंजने लगेगा विदित हो कि नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में अभी एक किशन नामक बाघ जिसे बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लाया गया था व एक बाघिन जिसे कान्हा नेशनल पार्क से लाया गया था यह बाघ बाघिन पिछले 7 माह से अधिक समय से एक साथ घूम रहे हैं।
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*बाघिन के गर्भधारण करने का इंतजार*
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नौरादेही अभ्यारण्य प्रबंधन को बाघिन के गर्भधारण करने का इंतजार है वैसे तो कुछ माह पहले यह संभावनाएं जताई गई थी कि बाघिन और बाघ के बीच मीटिंग हो चुकी है लेकिन बाघिन के हुए मेडिकल परीक्षण से स्पष्ट हो गया था कि बाघिन ने अब तक गर्भधारण नहीं किया है एक बार फिर बाघ बाघिन एक साथ है और प्रबंधन इन पर नजर रखे हुए हैं उम्मीद जताई जा रही है शीध्र ही इनके बीच मीटिंग हो सकेगी हालांकि यह इन दोनों के आपसी आकर्षक पर ही निर्भर करता है
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*सुरक्षा के इंतजाम बढेः*
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नौरादेही वन्य अभ्यारण्य के आसपास भी कुल्हाड़ी लेकर चलना परेशानी में डाल सकता है अभ्यारण्य में कटाई और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जो दो इंच से अधिक फाल की कुल्हाड़ी साथ लिए मिलता है इस संबंध में डीएफओ अंकुर अवधिया ने बताया है कि कुल्हाड़ी का फाल छोटा होने पर यह माना जा सकता है कि कुल्हाड़ी कृषि कार्य अथवा घरेलू कार्य के लिए होगी लेकिन यदि इससे अधिक बड़े फाल की कुल्हाड़ी है तो यह माना जाएगा कि यह पेड़ काटने की कुल्हाड़ी है इस तरह की कुल्हाड़ी का उपयोग पेड़ काटने के लिए ही होता है डीएफओ द्वारा बताया गया है कि दो इंच से अधिक बड़े फाल की कुल्हाड़ी यदि किसी के पास है तो पहले उसे पुलिस द्वारा रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है क्योंकि यह आमर्स में शामिल है क्योंकि इतने बड़े फाल की कुल्हाड़ी से पेड़ भी काटा जा सकता है शिकार भी किया जा सकता है और किसी की हत्या भी की जा सकती है इसलिए इनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है
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*इनका कहना*
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बाघों की संख्या बढ़ाए जाने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं शीध्र ही अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ जाएगी मौजूदा बाघिन ने अभी गर्भधारण नहीं किया है
*अंकुर अवधिया डीएफओ नौरादेही वन्य अभ्यारण्य सागर*
– विशाल रजक तेन्दूखेड़ा/दमोह ब्यूरो