बरेली। नगर निगम और फिर कलक्ट्रेट मे शुक्रवार की दोपहर एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) और विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। सभी ने नगर आयुक्त के इशारे पर नगर निगम के कर्मचारियों पर बदसलूकी और पिटाई का आरोप लगाया। घेराव और प्रदर्शन के कारण नगर आयुक्त को अपना वाहन नगर निगम मे छोड़कर आवास के लिए पैदल निकलना पड़ा। घटना के विरोध मे नगर निगम के कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर निगम के मुख्य गेट पर बुलडोजर खड़ाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। डीएम ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को कलक्ट्रेट सभागार मे बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी और निस्तारण कराने का भरोसा दिया। एबीवीपी के विभाग संगठन मंत्री अवनी यादव व विभाग सह संयोजक श्रेयांश वाजपेयी ने बताया कि दोपहर 12 बजे वह लोग नगर निगम कार्यालय गए थे। वह लोग 6 नवंबर के अपने कार्यक्रम के दौरान जीआईसी ऑडिटोरियम मे हुई दिक्कतों के बारे मे बताने व उसके शुल्क की रसीद लेने और बरेली कॉलेज के आसपास लाइटिंग व गंदगी की समस्या के समाधान के संबंध मे नगर आयुक्त के पास गए थे। बातचीत के दौरान नगर आयुक्त के इशारे पर कर्मचारियों ने कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की और गालीगलौज की। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसकी जानकारी पाकर विहिप के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आए तो उनसे भी अभद्रता करते हुए कर्मचारियों और नगर आयुक्त के ड्राइवर ने उनकी पिटाई की। शिकायत करने पर नगर आयुक्त ने सुनवाई ही नही की। इससे नाराज होकर एबीवीपी और विहिप कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने गए। कलक्ट्रेट का गेट बंद हो जाने से वहीं जमीन पर बैठकर सभी ने नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। शोर सुनकर सिटी मजिस्ट्रेट गेट पर आए और वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर डीएम के पास ले गए। डीएम अविनाश सिंह ने उनकी बात सुनी और समस्या के निस्तारण का भरोसा दिया। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री ने कहा कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं की समस्या सुनी गई है। उनकी समस्याओं का निस्तारण होगा।।
बरेली से कपिल यादव
