बरेली। तीन तलाक पीड़ित नूरजहां ने नई जिंदगी की शुरुआत करते हुए धर्मपाल संग सात फेरे लिए। सुभाषनगर स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम में पंडित केके शंखधार ने उनका सनातन रीति-रिवाज से विवाह कराया। नूरजहां अब वह पूनम नाम से नया जीवन शुरू कर रही है। धर्मपाल शाही इलाके के गांव दुनका का निवासी है जबकि नूरजहां मूलरूप से लखीमपुर मे थाना खीरी के गांव गोपालपुर की रहने वाली है। नूरजहां ने बताया कि उसके पूर्व पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर कर दिया था, जिसके बाद वह काफी समय सेमानसिक और सामाजिक संघर्षझेल रही थी। दिल्ली के मुंडका इलाके में वह एक खिलौना फैक्ट्री मे नौकरी करती भी। यही पर उसकी मुलाकात धर्मपाल से हुई और दोनों मे प्यार हो गया। करीब सात-आठ माहीने से वे दोनों साथ रह रहे थे और शादी करने का निर्णय लिया। शुक्रवार शाम अगस्त्य मुनि आश्रम में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दोनों ने सात फेरे लिए। नूरजहां ने कहा कि उसे तीन तलाक और हलाला जैसी प्रथाओं से डर लगता है। अब उसकी सनातन धर्म में आस्था है। मंदिर भी जाने लगी है और भगवान श्रीराम को अपना आराध्य मानती है।।
बरेली से कपिल यादव
