बरेली। जुमे की नमाज के बाद 26 सितंबर को हुए बवाल का मुख्य आरोपी आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां फतेहगढ़ जेल मे बंद है। शनिवार को कोतवाली में दर्ज दो मुकदमों के विवेचक उसके बयान लेने जेल पहुंचे। मौलाना से पूछताछ कर विवेचकों ने उसके बयान दर्ज किए है। आपको बता दें कि कानपुर प्रकरण को लेकर मौलाना तौकीर रजा खां ने इस्लामिया ग्राउंड में भीड़ जुटाने और फिर पैदल कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन देने की घोषणा की थी। पुलिस-प्रशासन की अनुमति न होने के बावजूद 26 सितंबर को मौलाना की बुलाई भीड़ ने इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो हमला कर दिया गया और फिर शहर में दस स्थानों पर बवाल हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया। इस मामले मे कुल दस मुकदमे दर्ज कराए गए थे। इनमे से सात मुकदमों मे मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा था। अब तक पुलिस मौलाना समेत 80 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इन दस मुकदमों में एक मुकदमा नावल्टी चौराहे पर हुए बवाल को लेकर भी दर्ज कराया गया था, जिसकी विवेचना कोतवाली के एसआई त्रिवेंद्र कुमार कर रहे हैं। शनिवार को त्रिवेंद्र कुमार ने फतेहगढ़ जेल जाकर मौलाना के बयान दर्ज किए। वही सीएए-एनआरसी बिल के विरोध मे 13 दिसम्बर 2019 को मौलाना तौकीर रजा ने धारा 144 लागू होने के वावजूद कोविड काल में नौमहला मस्जिद के गेट के सामने भीड़ जमा करके प्रदर्शन किया था। मौलाना ने नारेबाजी करते हुए सरकार से बिल वापस लेने को कहा और वापस न लेने पर देश की गलियों में खून बहाने की धमकी दी थी। इस पर तत्कालीन सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज सतवीर सिंह पुंढीर की ओर से कोतवाली में मौलाना तौकीर रजा, नफीस खान, नदीम खान और अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसमे नफीस और नदीम के खिलाफ चार्जशीट लग गई। मगर राजनैतिक दबाव के चलते तौकीर के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई। 26 सितंबर को हुए बवाल के बाद इस मुकदमे मे भी पुलिस ने तौकीर को बी वारंट पर कोर्ट मे तलब करा लिया। शनिवार को इसी प्रकरण में विवेचक शिवम कुमार ने भी फतेहगढ़ जेल जाकर मौलाना तौकीर के बयान दर्ज किए।।
बरेली से कपिल यादव
