चन्दौली- खबर चन्दौली जनपद के चकिया थाना क्षेत्र से जहा नक्सल प्रभावित इलाके में एक गावँ के लोग दहशत के साये में जीने को मजबूर है । दिन हो या रात ग्रामीण लाठी डंडे के साथ अपने मवेशियों की रखवाली में जुटे हुए है ग्रामीण ऐसा इसलिए कर रहे है क्योंकि उनके मवेशियों पर किसी बड़े जंगली जानवर ने हमला किया । इस हमले में एक मवेशी तो गायब है जबकि दो मवेसीयो के गर्दन पर बड़े नाखूनों के निशान है । जिसको देखकर ग्रामीण काफी भयभीत है और अपने मवेशियों के साथ अपने परिजनों की रखवाली खुद कर रहे है ग्रामीण परेसान ही को आखिर में वो कौन सा जानवर है जो बड़े नाखून वाला है हालांकि वन विभाग का कहना है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गयी है और ग्रामीणों को जंगल मे जाने से मना भी कर दिया गया है ।
दरअसल मामला चकिया कोतवाली क्षेत्र के पुरानाडीह-प्रभुनरायनपुर गांव के मनोज यादव की मवेशी गावँ के पास के गेरुअहवा के जंगल में हरी घास व चारे की तलाश में चले गए थे । जहाँ एक भैस लापता हो गयी है । वही दो भैस को जंगली जानवर ने गर्दन पर हमला कर दिया । जिससे पशुपालकों मे हड़कंप मचा हुआ है । पुरानाडीह गांव जो पहाड़ी क्षेत्र के पास है और पहाड़ के तलहटी में बसा है । इस घटना से गावँ में हड़कम्प मच गया है और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है । ग्रामीणों को इस बात का भय सता रहा है कि कहि जंगली जानवर गावँ की तरफ न आ जाये । जिससे उनके मवेशियों के साथ बच्चों को भी खतरा हो सकता है । वही ग्राम प्रधान महेंद्र यादव जिनकी भैस जंगली जानवर का निवाला बन गयी है । उन्होंने बताया कि गावँ के मवेसी जंगल जी तरह हरे चारे की तलाश में सुबह चले हए थे । शाम को जब मवेशीयो की तलाश शुरू की गई तो दो मवेशियों को गर्दन पर गहरे निशान दिखे जिससे हम लोग घबरा गये । वही एक मवेशी काफी खोजबीन के बाद भी नही मिला । सरकार से हमारी मांग है कि हमारी सुरक्षा करे नही तो आज मवेशियों पर हमला हुआ हूं कल जंगली जानवर गावँ में भी आ सकता है । गावँ चंद्रप्रभा वन रेज में आता है । मामले की जानकारी होते ही वन विभाग भी सकते में है । वही इस बाबत रेजंर चन्द्रप्रभा वृजेश पान्डेय ने बताया कि हमको शिकारगंज क्षेत्र के गांव मे पशुओं पर पंजे से हमले के निशान मिले है आमतौर पर उस इलाके मे शेर तेदुआं नही पाये जाते है । राजदरी देवदरी के जंगल मे बारिश होने के कारण जंगली जानवर शिफ्ट होने की आशंका जताई जा रही है कि मवेशियों पर हमला हो गया हो । हमारी वन बिभाग की टीम एलर्ट हो गयी है तथा ग्रामीणो को सचेत कर दिया जा रहा है । अगर किसी भी मवेशी की क्षति हुई है तो क्षतिपूर्ति हेतु ग्रामीण आवेदन कर सकता है ।
रंधा सिंह चन्दौली