लखीमपुर खीरी।मुख्यमंत्री को दिए शिकायती पत्र में पीड़िता उर्मिला देवी पत्नी लाल बिहारी सुरजनपुर थाना मैलानी तहसील गोला गोकर्णनाथ जिला लखीमपुर खीरी ने बताया की गांव के प्रधानी चुनाव में दूसरी पार्टी का सहयोग करने से काफी रंजिश मानता है जिसमें पीड़िता को मिले आवास में रोडा अटकाया लेकिन पात्र होंगे के कारण विविध कारवाई कर आवास बनाने में पीड़िता का पति कामयाब हुआ जिससे अब पीड़िता को उक्त आवास में नहीं रहने दें रहे और तो और आवास के समीप टीन छप्पर में भी रहने नहीं दिया जा रहा है।पीड़िता के पति के तीन भाई हैं जिसमे पीड़िता के पति सबसे बड़े हैं और मझले भाई श्याम बिहारी छोटा सुरेंद्र जिसको प्रधान की सह प्राप्त है जिसकी पत्नी कुसुम कुमारी पूरे परिवार में कोहराम मचाने हुए हैं जिसकी दहशत से पीड़िता का मंझला देवर घर छोड़कर भाग गया पीड़िता के पूरे परिवार को इतना प्रताड़ित किया जा रहा है कहीं बीना बताए किसी को फर्जी खड़ा कर के जमीन बेच देना कहीं पुत्र पर फर्जी केस डाल कर फंसना हर तरह से पीड़िता की देवरानी कुसुम देवी जीना दुश्वार किए हुए हैं। पीड़िता के पति ने भूमि पर वाद दायर किया था जिसके फैसले के लिए पीड़िता के पति और देवर देवरानी को थाने बुलाया गया जहां पर एस ओ ने फैसला किया जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है आप लोग केस लडे कोई वादविवाद न करें जिससे आक्रोशित देवरानी ने
घटना दिनांक 11जुलाई 2022 दोपहर दो बजे देवर व देवरानी ने घर की टटिया छप्पर तोड़ घर उजाड़ दिया और घर में घूस जेवर तथा समूह से लेकर गाड़ी गिरवी छुड़ाने के लिए रखे 27 हजार रुपए उठा ले गई जेवर जिसकी किमत 43 हजार रूपए कुल मिलाकर पीड़िता का 70 हजार रुपए का नुक़सान किया गया विरोध करने पर आमादा फौजदारी होकर काफी गाली गलौज किया पीड़िता के पति ने 112 पर काल किया विपक्षी भाग गये विपक्षी पीड़िता की भूमि पर कब्जा करने के फ़िराक में है जिसके लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। किधर पड़ता पुलिस अधीक्षक से मिलकर आई उधर विपक्षीगण उक्त भूमि पर भवन सामग्री एकत्र कर निर्माण की तैयारी में हैं दबंग किसी भी समय कब्जा कर सकते हैं पीड़िता अपनी जान बचाई की पैरवी करें दूसरी तरफ विपक्षी गण दहशत फैलाकर उक्त भूमि पर कब्जा करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं देखते हैं पुलिस अधीक्षक खीरी क्यों दिए गए शिकायती पत्र पर पीड़िता को किस तरह का न्याय मिलता है वह आने वाला समय ही बताएगा लेकिन न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता गुप्त भूमि के साथ-साथ परिवार के जान माल का भी खतरा बना हुआ है।