*कप्तान के डर से डिजिटल युग शुरू
आगरा- ताज नगरी में पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी ने जैसे ही कदम रखा उसी दिन से खाकी धारियों में भारी खौफ फैल गया, सभी जगह से अवैध वसूली लेनदेन के मामले बंद कर दिए गए कुछ लोग इस मामले में पाए गए तो उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया कुछ दरोगा सिपाहियों को लाइन का रास्ता भी देखना पड़ा , लेकिन जैसे-जैसे कप्तान को दिन होते जा रहे हैं उसी के आधार पर थाना पुलिस भी अलग तरीका निकालने में लगी है अब पुलिस डिजिटल तरीका पर आ गई है पीड़ितों से किसी काम के बदले अब पुलिस सीधे चढ़ावा नहीं ले रही पेटीएम के माध्यम से चढ़ावा लेने का तरीका अपना लिया है जो पैसा पेटीएम के माध्यम से लिया जा रहा है पुलिस अपने खाते में नहीं दुकानदार के खाते में पेटीएम कराती है और फिर दुकानदार से पैसा लेती है यह हाल एक दो थाने का नही तमाम थानों में यही हाल है किसी आरोपी को पकड़ने की एवज में भी पुलिस पीड़ितों से पैसा लेती है लेकिन फिर भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाती , पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी का डर तो पुलिस में है लेकिन वसूली नहीं रुक रही शहर के एक थाने के खास कार द्वारा एक मामले में सीधे पैसे नहीं लिए थाने के सामने पेप्सी की दुकान पर जाकर दुकानदार के पेटीएम में 40 हजार रुपए ट्रांसफर कराऐ उसके बाद दुकानदार से पैसे लिए गए क्योंकि किसी को जानकारी नहीं होगी न कोई आरोप लगेगा इसलिए इस तरीके का इस्तेमाल पुलिस करने में लगी है थाने के पुलिस कर्मी खुद दुकान पर पहुंच कर ऐसा कर आया जिसका वीडियो भी सामने आया तो दूसरी तरफ कहीं दलालों के माध्यम से पर्ची लिखकर उनका नाम दिया जाता है और पैसा दलालों तक पहुंच जाता है उसके बाद लौटकर पुलिस पर आ जाता है यह हाल शहर के कई थानों में चल रहा है दुकानदार अपनी अपनी सेटिंग के कर रखे हैं उन्हीं के माध्यम से पैसा वसूला जा रहा है एक वीडियो भी वायरल हो रहा है और दुकानदार को दिए गए पेटीएम के माध्यम से पैसे का स्क्रीनशॉट भी डाला गया है । अब इस मामले मे कितनी सच्चाई है इसका खुलासा तो निष्पक्ष जांच होने पर ही होगा।
– योगेश पाठक आगरा