बरेली देहात। जनपद के गांव कस्बों में दिवाली का पर्व हर्ष और उल्लास के माहौल मे मनाया गया। शाम होते ही घरों, गलियों और मंदिरों में दीपों की रोशनी से चारों ओर जगमगाहट फैल गई। आसमान मे चमकते पटाखों ने त्योहार की रौनक बढ़ा दी। लोगों ने माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना कर सुख-समृद्धि की कामना की। बाजारों में दिनभर खरीदारी का उत्साह नजर आया, वही मिठाइयों और उपहारों से घर-घर खुशियों की मिठास घुली रही। किसानों को गन्ना भुगतान नही मिलने और धान नही बिकने का दुख होने से उनकी दिवाली उत्साहजनक नही रही। आंवला तहसील क्षेत्र मे दीपावली का पर्व इस बार दो दिन मनाया गया। सोमवार और मंगलवार को पूजा-अर्चना के साथ देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना की गई। इस बार दिवाली पर्व की तिथि को लेकर लोगों में भिन्न मत देखने को मिला। कुछ लोगों ने सोमवार को दिवाली मनाई। जबकि कुछ ने मंगलवार को दिवाली होना बताकर उसी दिन पूजा-अर्चना की और दीप जलाए। सोमवार को अधिकांश परिवारों ने लक्ष्मी गणेश की प्रतिमाओं की विधिवत स्थापना कर भरों और आंगनों में दीप जलाए। वही मीरगंज मे दिवाली की रात कई परिवारों के लिए यह रात वर्द और आंसू लेकर आई। अलग-अलग इलाकों में पटाखे फटने से कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए और कुछ के हाथ बुरी तरह झुलस कर जख्मी हो गये। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्गेश पाण्डेय पुत्र सत्यनरायण पांडेय निवासी खाटू श्याम मंदिर, मीरगंज के हाथ और चेहरे पर गंभीर चोटे आई है। गोपी निवासी गांव चुरई दलपतपुर के हाथ बुरी तरह से झुलस गये है। सिपाही अंकित, थाना मीरगंज में तैनात रहते हुए ड्यूटी के दौरान पटाखा फटने से झुलस गए चिकित्सकों के अनुसार, सभी घायलों का इलाज जारी है, इनमें से दो की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। भुता मे शाम होते ही घरों, मंदिरों, और बाजारों को दीयों, मोमबतिया और रंगीन रोशनी से सजाया गया। जिसमें पूरा क्षेत्र जगमगा उठा महिलाओं ने दरवाजो पर आकर्षक रंगोली भी बनाई। शाम को लोगों ने धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और विघ्नहर्ता गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना की। मंदिरों में भगवान श्री राम विशेष आरती और भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया। बच्चों और महिलाओं ने आतिशबाजी का भी खूब आनंद उठाया। वही नवाबगंज मे दीपों के पर्व पर शाम होते-होते घरों, मंदिरों और दुकानों पर रोशनी की जगमगाहट फैल गई। लोगों ने अपने घरों को रंगोली, दीपों और झालरों से सजाया। रात में आतिशबाजी और पटाखों की आवाजों से पूरा नगर गूंज उठा। बच्चे और युवा देर रात तक आनंद उल्लास में डूबे रहे। शाम को घर-घर में धन की देवी मां लक्ष्मी और विश्नहर्ता गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। लोगों ने समृद्धि और सुख-शांति की कामना की। इस वर्ष भी परंपरागत मिट्टी के दीपों की जगह चाइनीज झालरों ने ले ली। वही सेथल मे प्रकाश पर्व दीपावली धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह लोगों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की। इसके बाद अपने धरी और प्रतिष्ठानों को सजाया। त्योहार को लेकर सबसे अधिक उत्लाह बच्चों में देखने को मिला। शाम होते ही करवा दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। लोगों नेघरों और प्रतिष्ठानों को रंग-बिरंगी लाइटों और झालरों से सजाया। इसके अलावा सुबह से शाम तक बाजार में खरीदारों की भारी भीड़ देखने को मिल। जिससे व्यापारी भी काफी खुश नजर आए। वही शेरगढ़ मे श्रीराधा कृष्ण मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया। वहीं नगरिया कला शिव मंदिर का नजारा देखते ही बन रहा था। सुरक्षा की दृष्टि से इस बार पटाखा बाजार आबादी के बाहर कालेज के मैदान में लगाया गया। यहां खरीददारों की भारी भीड़ उमड़ी। दीपावली को लेकर भ्रम की स्थिति रही जिसके चलते क्षेत्र में मंगलवार को भी दीपावली मनाई गई। लोगों ने श्री गणेश, मां लक्ष्मी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की। छोटे बच्चों ने उत्साह से पटाखे छोडे। वही रिठौरा मे रोशनी के त्यौहार पर लोगों ने घरों व प्रतिष्ठानों मंदिरों में रंग बिरंगी लाइटों से सजावट की गई। शुभ मुहूर्त में घर-घर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की गई। लोगों ने सुख समृद्धि की कामना करते हुए खील खिलौने तथा मिष्टान से भोग लगाया। पूजन के बाद बच्चों और बड़ों ने जमकर पटाखे जलाए। रिठौरा पुलिस की बिजलीधर, भारतीय स्टेट बैंक शाखा को भी दुल्हन की तरह सजाया गया।।
बरेली से कपिल यादव
