जहानाबाद- बिहार में जहां दशरथ मांझी की तरह एक और मिसाल देखने को मिली है। गनौरी पासवान ने 1500 फीट ऊंचे पहाड़ को छेनी-हथौड़ी से काटकर 400 सीढ़ियां बना डाली हैं। 10 साल की मेहनत के बाद, यह सीढ़ियां बाबा योगेश्वर नाथ के मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बन गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली है।
पहाड़ के दुर्गम होने के कारण पहले यहां पहुंचना बेहद कठिन था, खासकर महिलाओं के लिए। गनौरी ने अपनी लगन और अपने परिवार तथा गांववालों की मदद से यह असंभव काम कर दिखाया। मंदिर तक अब दो रास्ते हैं, एक जारू गांव की ओर से और दूसरा बनवरिया गांव की ओर से। इस प्रयास से न केवल गांववालों को सुविधा मिली है, बल्कि गनौरी का सपना है कि इस जगह को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
गनौरी पासवान पहले ट्रक ड्राइवर थे, फिर राज मिस्त्री का काम शुरू किया। उन्हें लोक संगीत में गहरी रुचि है, और इसी कारण वे नियमित रूप से मंदिर में भजन-कीर्तन के लिए जाते थे। कठिन यात्रा को आसान बनाने के लिए उन्होंने खुद सीढ़ियों को बनाने का संकल्प लिया और इस काम में जुट गए।
गनौरी की एक खासियत यह भी है कि वे पहाड़ की तलहटी से पुरानी मूर्तियों को ढूंढ़ते हैं और उन्हें मंदिर के रास्ते पर स्थापित करते हैं। उनका यह योगदान क्षेत्र के लोगों के लिए एक प्रेरणा बन गया है, और अब उनकी उम्मीद है कि यह मंदिर एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बने।