सम्भल – त्रिपुरा में अल्पसंख्यक मुसल्मानों को मारने पीटने,उनकी इबादत गाहों को आग लगाने और रैली निकालकर पैगंबरे इस्लाम की शाने अक़दस में गुस्ताखी करने के ख़िलाफ़ मुसल्मानों में काफ़ी ग़म व ग़ुस्सा है ।
इस मौक़े पर सम्भल जनपद के शहर इमाम ईदगाह मौलाना सुलैमान अशरफ़ हामिदी ने अपने एक वक्तव्य में केन्द्र सरकार से मांग की कि पिछले कई दिनों से त्रिपुरा में मुसल्मानों का कत्ले आम और मज़हबी मक़ामात को आग के हवाले किया जा रहा है और घरों में घुसकर औरतों की बेइज़्ज़ती की जा रही है और दो जहा के मालिक नबीए करीम पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सललल्लाहो अलैहि वसल्लम के बारे में लाउडस्पीकर लगाकर उनकी बे हुर्मती की जा रही है साथ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर मुसल्मानों के मज़हबी जज़बात को ठेस पहुंचाई जा रही है। लेकिन त्रिपुरा की गूंगी बहरी सरकार की तरफ़ से गुंडे बलवाइयों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नही की जा रही है, त्रिपुरा इस समय देश के संविधान से अलग होता दिखाई दे रहा है जहां सड़कों पर नंगा नाच हो रहा है और स्थानीय प्रशासन मूर्कदर्शक बना हुआ है। इसी के साथ उन्होंने मांग की कि माहौल को ख़राब करने वाले लोंगों के ख़िलाफ़ एनएसए की कार्रवाई की जाऐ ।
त्रिपुरा में पैगंबर इस्लाम की शान में गुस्ताख़ी करने वाले आज़ाद क्यों घूम रहे हैं मौलाना सुलैमान अशरफ़ हामिदी
