तेल की धार ने बदली सजा ए कालापानी वाले बाड़मेर जिले में विकास की रफ्तार

राजस्थान/बाड़मेर- काले सोने की खोज वाले वर्ष में दुनिया की सबसे बड़ी तेल खोज के खिताब से लेकर दुनिया की सबसे लंबी हीटेड पाइपलाइन का कारण बनने वाले बाड़मेर का मंगला ऑयल फील्ड उन्तीस अगस्त को उत्पादन के सोलह बरस पूरे कर लेगा। अर्थव्यवस्था की धुरी को कृषि से हाइड्रोकार्बन पर शिफ्ट करने वाले इस तेल क्षेत्र ने इस अवधि में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इस फील्ड की ऑपरेटर वेदांता समूह की केयर्न ऑयल एंड गैस ने अब इस फील्ड के साथ नए रिकॉर्ड जोड़ने के लिए काम शुरू कर दिया है।

मंगला फील्ड की खोज सन 2004 में हुई और 29 अगस्त 2009 के दिन यहां से उत्पादन शुरू किया गया।शुरूआत से अब तक इस फील्ड ने 53.5 करोड़ बैरल तेल समतुल्य से अधिक का उत्पादन किया है।

राजस्थान में इस उत्पादन ऑपरेशंस ने राज्य की अर्थव्यवस्था को बदल दिया है। स्थानीय प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी के साथ ही रोजगार, उद्यमिता और सतत आजीविका के अवसर बने हैं। विशाल रिज़र्व बेस के साथ, राजस्थान बेसिन भारत की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने की अपार क्षमता रखता है।

उत्पादन के अलावा मंगला फील्ड विश्वस्तरीय इनोवेशन्स का केंद्र भी रहा है। केयर्न ने राजस्थान से गुजरात तक लगभग 705 किमी लंबी दुनिया की सबसे बड़ी हीटेड और इंसुलेटेड पाइपलाइन का निर्माण किया, दुनिया की सबसे बड़ी एनहांस्ड आयल रिकवरी (इओआर) प्रोजेक्ट और जेट पंप नेटवर्क को भी सफलतापूर्वक लागू किया।

राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करने और लगातार बदल रहे भू-राजनीतिक परिदृश्यों के बीच कंपनी लगातार एक्सप्लोरेशन और एन्हांस्ड रिकवरी में निवेश कर रही है, ताकि अतिरिक्त रिज़र्व को खोला जा सके और लंबे समय तक उत्पादन जारी रखा जा सके। पिछले वर्ष, केयर्न ने मंगला में भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल एएसपी इंजेक्शन प्रोजेक्ट लागू किया, जिससे उत्पादन में अतिरिक्त 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। इसके लिए ग्लोबल लीडर्स को कॉन्ट्रैक्ट दिए हैं, ताकि भारत के सबसे बड़े ऑनशोर फील्ड में एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज़ और बेस्ट प्रैक्टिसेस लाई जा सकें। इसके अतिरिक्त, लगभग दो दर्जन वैश्विक तकनीकी विशेषज्ञों को शामिल किया गया है, जिनमें से कई बाड़मेर में तैनात हैं, ताकि हाई-केपेक्स एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन कैम्पेन्स को लागू किया जा सके।

उत्पादन के अलावा, केयर्न के हेल्थकेयर, स्वच्छता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सामाजिक प्रभाव कार्यक्रमों ने पिछले छह वर्षों में 19.7 करोड़ जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। कंपनी की महिला-नेतृत्व वाली प्रमुख पहलों जैसे जीजी बाई, मरु उड़ान और हैंडलूम सेंटर ने 6,500 से अधिक महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट, उद्यमिता और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त किया है।

– राजस्थान से राजूचारण

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