मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के संतो से भेंट कर उन्हें भरोसा दिलाया की बनारस का विकास पर्यटन स्थल के रूप में नहीं बल्कि तीर्थ स्थल के रूप में ही किया जायेगा।
दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कॉरीडोर को लेकर उपजे विवाद को दूर करने के लिए वाराणसी के वरिष्ठ संतों, विद्वानों और प्रबुद्ध लोगों से सर्किट हाउस में मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने संकट मोचन के महंत प्रो. विशंभरनाथ मिश्र, सतुआ बाबा आश्रम के महंत संतोष दास, बाबा बालक दास स्वामी जितेंद्रानंद, वरिष्ठ पत्रकार पद्मपति शर्मा आदि से भी मुलाकात की।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संकट मोचन मंदिर के महंत स्वामी विशंभर नाथ मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वाराणसी को पर्यटन स्थल की जगह तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने का आश्वासन दिया है। काशी के किसी भी मंदिर या विग्रह को नुकसान नहीं पहुंचाया जायेगा। यदि कहीं कोई मंदिर खंडित है तो उसे विधि विधान से गंगा में विसर्जित किया जायेगा और साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद वरिष्ठ पत्रकार एवं विश्वनाथ कॉरीडोर क्षेत्र के निवासी पद्मपति शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री को उन्होंने काशी के बारे में विस्तार से समझाया और विश्वनाथमंदिर के आस-पास के इलाकों के महत्व से भी परिचित कराया है।मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि मंदिरों और विग्रहों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जायेगी।
वहीं मुख्यमंत्री से मिलने सर्किट हाउस के लिये पैदल आ रहे मंदिर बचाओ आन्दोलन के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रशासन पर सहयोग ना करने का आरोप लगाया और बीच रास्ते से ही वापस लौट गये।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय ब्यूरो चीफ वाराणसी मण्डल