बरेली। तीन सौ बेड अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की फाल्स सीलिंग बुधवार की सुबह भर भराकर गिर गई। गनीमत रही कि वार्ड में न मरीज भर्ती किए जा रहे है। न ही हादसे के वक्त यहां कोई कर्मचारी मौजूद था। इस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया। सपा शासन के दौरान वर्ष 2016 मे मंडल भर के मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं देने के लिए तीन सौ बेड अस्पताल बनाया गया था लेकिन सरकार बदलने के बाद अब तक उसे शुरू नहीं किया गया है। कोरोना काल में जरूर इसका इस्तेमाल किया गया और अब भी सिर्फ ओपीडी ही यहां चलाई जा रही है। अस्पताल में लगाए गए कई महंगे उपकरण चोरी हो चुके हैं और बाकी बेकार पड़े हैं। देखरेख न होने की वजह से अब अस्पताल की बिल्डिंग भी खराब होने लगी है। बुधवार की सुबह 11 बजे अचानक इमरजेंसी वार्ड की फाल्स सीलिंग भरभराकर ढह गई। आवाज इतनी तेज थी कि ओपीडी में मौजूद मरीज और कर्मचारी सहम गए। इमरजेंसी वार्ड में बने आईसीयू कक्ष में कोविड काल में आए वेंटिलेटर रखे हुए हैं, अक्सर इनकी सुरक्षा के लिए स्टाफ यहां तैनात रहता है लेकिन इत्तफाक रहा कि बुधवार को कोई स्टाफ भी यहां नही था वर्ना हादसे का शिकार हो सकता था। करीब 80 करोड़ से बने तीन सौ बेड अस्पताल की बिल्डिंग तेजी से खराब हो रही है लेकिन न अफसरों को इसकी परवाह है न ही जनप्रतिनिधियों को। अनदेखी की वजह से दीवारों पर दीमक लग रही है। बारिश के कारण हर वार्ड में सीलन दिख रही है।।
बरेली से कपिल यादव