बरेली। योगी सरकार की जारी नई ट्रांसफर नीति के मुताबिक समूह ‘क’, ‘ख’, ‘ग’ व ‘घ’ वर्ग के अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले व स्थल परिवर्तन का आदेश जारी किया है। बेसिक और माध्यमिक शिक्षा कार्यालय मे आदेश की चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ कर्मचारी इस आदेश से दहशत मे भी है कि अगली पोस्टिंग या कौन से पटल पर तैनाती होगी। जबकि शिक्षक नेताओं ने इस आदेश का खुले मन से स्वागत किया है। हालांकि इससे पहले भी पटल बदलने के आदेश आने के बावजूद बाबुओं को इधर से उधर नही किया गया। बेसिक शिक्षा कार्यालय की बात करे तो कई ऐसे बाबू है जो लगभग 10 वर्षों से एक ही पटल की जिम्मेदारी संभाल रहे है। कई बार भ्रष्टाचार मे लिप्त होने की शिकायते भी हुई। इसके बावजूद अधिकारियों की मेहरबानी के कारण वह टिके रहे। माध्यमिक शिक्षा विभाग कार्यालय मे भी कई ऐसे बाबू हैं लो लंबे समय से एक ही पटल पर कुंडली मारे हुए हैं। शासन के आदेश के बाद कर्मचारियों का अन्य जिले मे भी तबादला होना तय माना जा रहा है। कर्मचारी इसे लेकर दहशत मे हैं। कुछ का कहना है कि सरकार को मंडल से बाहर नही भेजना चाहिए। कर्मचारी संतुष्ट नहीं होगा तो कार्य भी प्रभावित होगा। फिलहल सभी विभागों मे यह शासन का आदेश लंबी बहस छेड़ दिया है। कर्मचारी महीनों इस आदेश की कमियां व अच्छाइयों में उलझे रहेंगे। वहीं डीआईओएस डा. मुकेश कुमार सिंह का स्पष्ट कहना है कि कार्यालय में तीन वर्ष से ज्यादा का समय एक ही पटल पर पूरा करने वाले कर्मियों का पटल परिवर्तन होगा। शासन के नियमानुसार तबादले भी किए जाएंगे।।
बरेली से कपिल यादव