तारीफें तो हमेशा करते हैं सरकार, अब बजट से बाड़मेर जिले को हैं बड़ी उम्मीदें

सरकारी कार्यालयों में दामादों की हठधर्मिता के चलते बढ़ता है सरहदी इलाकों में मूलभूत समस्याओं का ग्राफ

राजस्थान/बाड़मेर – बाड़मेर जैसलमेर जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं का अग्रेजी शासन की गुलामी से छुटकारा पाने के साथ ही नव राजस्थान राज्य का निर्माण हुआ और तब से ही हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह पर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं होने से आमजन भारी अभावों में जीवन जी रहे है। हर बार चुनावों में मतदाताओं द्वारा इस उम्मीद से वोट डालते हैं कि उनकी समस्याओं का समाधान इस बार जरूर हो जाएगा, लेकिन चुनाव दर चुनाव बीतते गए, उनकी मूलभूत समस्याएं ज्यों की त्यों बरकरार रहीं। अब तो राज्य और देश में भी डबल इंजन की सरकार बन गई है अब तो पिछड़े हुए बाड़मेर जिले में लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों की मांग, उत्तरलाई हवाई अड्डे से आम आदमी के लिए सस्ती हवाई सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही बाड़मेर नगर परिषद की सीमा क्षेत्र में शहरीकरण का विस्तार, पुलिस थाने रिको एरिया में दानजी की होदी क्षेत्र में नयी पुलिस चौकी, बरसात आने के साथ ही लोगों को सबसे ज्यादा निचली बस्तियाँ में जलभराव की चिंता रहती है और वो भी महिनों तक वहाँ के लोगों का शहर से जुडा़व कट जाता है और बिजली पानी और अन्य समस्याओं का समाधान तो फिर रामभरोसे कहें तो फिर कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

राज्य के मुखिया भजन लाल शर्मा और मुख्य सचिव सरकार द्वारा समय- समय पर अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायतें देते है। लेकिन वातानुकूलित कमरों में बैठकर जो दिशा- निर्देशों को जारी किए जाते हैं उन्हें धरातल पर लागू करने में अधिकांश अधिकारियों को जैसे अपनी तनख्वाह काटकर जनता जनार्दन को देने जैसा महसूस करते हैं। अगर सरकार का भय हमेशा आमजन को ही रहता है तो फिर सरकारी मशीनरी को क्यों नहीं इसके कारण ही मौजूदा हालात में बड़े बड़े नेताओं का जमावड़ा बाड़मेर जैसलमेर और बालोतरा जिलों में होता रहता था।

आज सर्किट हाउस बाड़मेर में भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान सतीश पूनिया को हरियाणा के प्रभारी नियुक्त किए जाने के पश्चात प्रथम बार बाड़मेर आगमन पर भाजपाई नेताओं सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने माल्यार्पण,पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया एवं विभिन्न संगठनात्मक विषयों पर सार्थक चर्चा कर पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता में मीडिया बंधुओं से सीधे संवाद किया गया इस दौरान एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में प्रवास के दौरान मिलने वालें फरियादियों के ज्ञापनो, स्थानीय विधायकों और कार्यकर्ताओं के माग पत्र मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को सौंप कर दस जुलाई को बाड़मेर जिले को कई शानदार सौगातें मिलेगी अब राज्य में डबल इंजन की सरकार बन गईं है तो राज्य की जनता को इसका लाभ भी मिलेगा इसमें कोई दौराय नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी की मूलभूत समस्याओं का समाधान करने को हमेशा प्राथमिकता देते हैं और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा साधारण व्यक्ति हैं और आमजन का दर्द अच्छे से समझते हैं इसलिए सौगात देने में कोई कन्जूसी नहीं करेंगे।

एक सवाल के अनुसार राज्य सरकार द्वारा समय समय पर जारी दिशा निर्देशों के अनुसार एक पद पर सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों को अधिकतम तीन साल तक नियुक्त रहने के साथ ही अन्य विभागों में तबादला आदेश जारी होना चाहिए लेकिन बाड़मेर जिले के अधिकांश सरकारी कार्यालयों में सेवानिवृत्ति तक एक ही सीट पर सरकारी दामादों को नहीं हटा सकते हैं चाहे राज्य में सरकार कोई भी होगी। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में
ऐसा नहीं चलेगा, अब राज्य में सरकार बदल गई है और बदलाव भी स्पष्ट नज़र आने लगेगा पहले बजट सत्र पूरा होने दीजिये और बाद में ये भी सरकार द्वारा समाधान करेंगे।

पिछले सालों विधानसभा और लोकसभा चुनाव का बिगुल बजा था, तो मतदाताओं ने अपनी मूलभूत समस्याओं का समाधान करने के लिए अपनी समस्याओं को लेकर मुखर हुएं थे। जागरूक मतदाताओं का कहना है कि हर बार ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा चुनावी प्रत्याशियों को भारी पड़ने वाली है, लेकिन होता हमेशा उल्टा ही कारण साम दाम और दण्ड भेद जो मौजूदा हालात में बहुत ही जरुरी नज़र आ रही है।

भारत पाकिस्तानी सरहदों पर स्थित लोगों का साफ कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ अब तक भेदभाव करने वाले जनप्रतिनिधियों व उनसे जुडे़ दलों के प्रत्याशियों से हिसाब मांगने का वक्त आ गया है। लेकिन हमेशा की तरह मतदाताओं को ठगने का कुछ महीनों बाद ही दर्द महसूस होता है।

सरहदी क्षेत्रो के ग्रामीण इलाकों में आज़ भी कन्याकुमारी से बाड़मेर वाया कोकेन रेल्वे रेलगाड़ी सहित लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों, शिक्षा, परिवहन, सड़क, चिकित्सा सेवाओं, विधुत,जलापूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। जिससे लोगों को अनेक प्रकार की परेशानियों से जूझना पड़ता है। यहां के लोगों को अब तक सिर्फ झूठे आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिलता है।

सरहदों पर रहने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी बड़ी आबादी रहती है, लेकिन आबादी के लिहाज से अस्पतालों की कमी है। महिलाओं के लिए सुविधा जनक और सुरक्षित प्रसव केंद्र तक नहीं हैं। कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ता है, उसे समय रहते नजदीकी गावों में कोई चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पाती है। ख़ासकर हमारे जनप्रतिनिधियों ने कभी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति अब तक जनप्रतिनिधियों का रवैया भेदभाव पूर्ण ही रहा है। यही कारण है कि ग्रामीण इलाके में सरकारी रोडवेज बसों की जगह पर परिवहनकर्ताओं की खटारा बसों की भरमार है, जो गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही रास्ते में अक्सर दम तोड़ देती हैं। चुनाव में नेताओं द्वारा वादे तो सैकड़ों किए जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन वादों पर कोई अमल नहीं करता है अगर समाधान करते तो फिर आजकल बडे़ बडे़ नेताओं को बाड़मेर जैसलमेर और बालोतरा जिलों के छोटे बड़े गावों में जाकर आधुनिक वाहनों से रेलिया नहीं करनी पड़ती।

मूलभूत समस्याओं से केवल ग्रामीण इलाके के लोग नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों के लोग भी जूझ रहे हैं। जिस तेजी से शहरों के आसपास आबादी बढ़ी है, उस लिहाज से मूलभूत सुविधाओं का विस्तार नहीं किया जा सका है। किसी भी अधिकारी का भी इन पर कोई ध्यान नहीं होता है। गावों और शहरों में आजकल एक बात चर्चा का कारण है कि सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों को अपनी जेब कटवाना नहीं बल्कि जेब का भार बढ़ाने पर विश्वास रखते हैं। ओर इनकी कृपालु दृष्टि से ही गावों और शहर में लगातार मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं करने की बाढ़ आ रही है।

बाड़मेर जिले को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से उम्मीदें

जिले में सभी सरकारी कार्यालयों में आनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाने के साथ ही आनलाइन मानिटरिंग करते हुए कार्य करने की जिम्मेदारी

जिले की सभी सड़कों पर तीस किलोमीटर दूरी पर पुलिस चौकी, थाने और उसके आगे आधुनिक सुविधाओं से लैस केमरे ताकि अपराधियों को वारदातों के दौरान पहचान करते हुए जल्दी गिरफ्तार किया जाएगा

बाड़मेर नगर परिषद का सीमा विस्तार के साथ ही आबादी के अनुसार नयें वार्डों का गठन और शहरी बसों का रूट परमीट ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से होगी

टूटी हुई सड़कों पर डामरीकरण सहित आबादी क्षेत्रों में नयी सड़को किनारे नालियों और बेहतरीन रोड़ लाइटों की मांग

निचली कालोनियों में जलभराव से मुक्ति

पुलिस थाने रिको एरिया में नयी पुलिस चौकी इन्द्रा कालोनी या दानजी की होदी क्षेत्र में

नया रिको एरिया बनाने के साथ ही पुराने रिको एरिया क्षेत्र में बदहाली को लेकर आमजन को राहत देने की मांग

शहरी क्षेत्रों में आमजन को राहत देने के लिए सभी मूलभूत समस्याओं का समाधान चौबीस घंटों में होना चाहिए

चौहटन में नगर परिषद

शिव तहसील के भी भीयाड़ मे पुलिस चौकी को पुलिस थाने में और उप तहसील को तहसील में क्रमोन्नत

बाड़मेर जिलें के ग्रामीण क्षेत्रों में रोडवेज बसों का भारी अभाव है यातायात व्यवस्था पर आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है ग्रामीण क्षेत्रों में बसों का परमीट कहीं का और सचालन रूट कहीं और ये ढर्रे बन्द होने चाहिए।

इस दौरान चौहटन विधायक आदू राम मेघवाल, बाड़मेर विधायक डाक्टर प्रियंका चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पालीवाल, दीपक कड़वासरा, स्वरूप सिंह खारा, खुमान सिंह सोढा, मृदुरेखा चौधरी, रणवीर सिंह भादू, भाजपा प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा सहित सैकड़ों भाजपाई कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

– राजस्थान से राजूचारण

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