बरेली। शहर की डोहरा की साढे चार किलोमीटर लंबी सड़क दोबारा बनाए जाने पर अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को तलब किया। सर्किट हाउस में रविवार की दोपहर को पीडब्ल्यूडी इंजीनियर ने अपनी सफाई दी लेकिन इससे नोडल अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने इसकी शिकायत शासन में पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव से की। इसके बाद शासन ने मामले में जांच के आदेश दे दिए बरेली शाहजहांपुर के अधीक्षण अभियंता अपनी जांच रिपोर्ट शासन को पेश करेंगे। सूत्रों की जानकारी के अनुसार डोहरा रोड पर साढे चार किलोमीटर लंबी सड़क पूरी तरह से ठीक होने के बावजूद उसे दोबारा बनाया जा रहा था। मामला अपर प्रमुख सचिव के पास पहुंचा। उन्होंने सीडीओ के माध्यम से पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को सर्किट हाउस बुलाया था। फाइल लेकर रविवार की दोपहर को पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर सर्किट हाउस पहुंचे और उन्होंने नवनीत सहगल को बताया कि सड़क को काफी पहले बनाया गया था। 2015 में रिन्यूअल हुआ था। यह सड़क पांच साल बाद दोबारा बनाई जा रही है। यह हमारे शेड्यूल में थी। कई जगह से यह सड़क टूटी थी जिस पर सीडीओ ने फोटोग्राफ्स दिखाएं। इसके बाद अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी से फोन पर बात की। उन्हें बताया कि बरेली में आधी से ज्यादा सड़कें टूटी पड़ी है। विभागीय अधिकारी ठीक सड़कों को दोबारा बनाकर बजट खफा रहे हैं। इसके बाद शासन ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच कर शासन को रिपोर्ट सौंपेंगे।
साढे चार किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण किया जा रहा है। 2015 में नवीनीकरण हुआ था। 5 साल बाद दोबारा एक करोड़ की लागत से बन रही है। कई जगह सड़क में गड्ढे थे। सड़क टूटी हुई थी। पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
डीके तिवारी, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी
बरेली से कपिल यादव