आज़मगढ़ – शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वांचल के मालवीय कहे जाने वाले बजरंग त्रिपाठी ने कहा कि जीवन में ऊंचाई हासिल करने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है ।अनुशासन समाज में सम्मान दिलाता है ।जीवन को सुख में बनाने के लिए व्यक्ति को गीत संगीत व मनोरंजन में रुचि लेना चाहिए यह अच्छी बात है ।पूर्वांचल को उन्होंने पिछड़ा क्षेत्र बताया और इसे पूर्वांचल का एकमात्र डेंटल कॉलेज बताया, उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में कश्मीर से कन्याकुमारी महाराष्ट्र से आसाम तक के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं ।यहां के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों से भी आपस में चिर परिचित होते हैं। यह विद्यालय राष्ट्रीय एकता को भी प्रदर्शित करता है ।उन्होंने BDS 2018 बैच के मिस फ्रेसर अमृता राठौर व मिस्टर फ्रेसर मुहम्मद आरिफ को सम्मानित किया ।श्री त्रिपाठी आज इटौरा चंडेश्वर स्थित डेंटल कॉलेज आजमगढ़ सृजन -2018 द्वारा आयोजित “फ्रेसर पार्टी” को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने फ्रेशर पार्टी को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा एक सेवा का क्षेत्र है इसे ज्यादा व्यवसायिक नहीं बनाना चाहिए ।यहां की छात्र-छात्राएं बेहतर शिक्षा ग्रहण कर अपने घर विद्यालय तथा जिले का नाम रोशन करें यही उनकी शुभकामना है ।चिल्ड्रेन कालेज की फाउंडर प्रिंसिपल रीता राठौर ने चिकित्सा के क्षेत्र में इसी स्कूल से पढ़कर निकलने वाले छात्रों से बहुत ही सफाई के साथ चिकित्सा कार्य करने की सलाह दी ,उन्होंने कहा कि उपकरणों की सफाई चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण भाग है क्योंकि इसकी जरा सी लापरवाही से आदमी एक बीमारी का इलाज कराने आएगा और 4 बीमारियां लेकर चला जाएगा । उन्होंने छात्रों से गुरु शिष्य की परंपरा का निर्वहन करने पर जोर दिया कहा कि हमेशा दोनों को अपनी मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए ।यह कोर्स भले प्रोफेशनल है लेकिन एक शिष्य को हमेशा अपने गुरु का आदर करना चाहिए ऐसे शिष्यों को जीवन में सफलता निश्चित मिलेगी ।उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को मरीजों की बात को ध्यान से सुनना, बीमारी के बारे में जानकारी हासिल करना ,उसके बाद उसे दवा देकर उसे प्यार से समझाना तथा परहेज के बारे में बताना ,यह एक अच्छे डॉक्टर का गुण है ।इससे मरीजों की बीमारी जल्दी ठीक होती है ।उन्होंने सभी छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि स्कूल के छात्र अनुशासन का हमेशा ध्यान रखें उन्होंने डेंटल कालेज के बच्चों द्वारा की गई प्रस्तुति की भी सराहना की ,उन्होंने कहा इस कार्यक्रम में कुछ प्रस्तुतियां उन्हें काफी प्रभावित की हैं इसी प्रभावित करने वाले बच्चों को उन्होंने पुरस्कृत भी किया है ।अंत में डेंटल कॉलेज के चेयरमैन डॉक्टर कृष्ण मोहन त्रिपाठी ने सभी अतिथियों का आभार जताया और कहा कि आज कॉलेज के बच्चों ने अनुशासन का जो परिचय दिया है वह निश्चित ही सराहनीय है ।इससे भविष्य में विद्यालय के बच्चों को सभी प्रोग्राम करने का अनुमति दी जाएगी ।उन्होंने संस्था के संस्थापक चेयरमैन बजरंग त्रिपाठी से कैंपस में 1000 से ज्यादा क्षमता वाले ऑडिटोरियम बनाने की सिफारिश की और इस तरह के प्रोग्राम बड़े पैमाने पर आयोजित करने का आश्वासन दिया ।उन्होंने डेंटल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉक्टर अरूणा दास और उनकी टीम के सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी मेहनत का ही नतीजा था कि आज सारे कार्यक्रम बेहतर तरीके से हो सके ।कार्यक्रम की शुरुआत रीता राठौर ने दीप प्रज्वलन कर किया इसके बाद डेंटल कालेज की छात्रा श्रेयांशी मिश्रा ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।कालेज की छात्रा वैशाली दूबे ने “मेरा झुमका उठा के लाया यार भाई जो गिरा था बरेली के बाजार में “पर नृत्य की प्रस्तुति कर सबका मन मोह लिया ।उसके बाद कॉलेज के छात्रों ने हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एकता और अखंडता पर एक प्रस्तुति की जिसको सभी ने सराहा । इसके बाद डेंटल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने एक के बाद एक आकर्षक प्रस्तुतियां की ।इन प्रस्तुतियों ने उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया ।
इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि पूजा सिंह ,रविंद्र नाथ त्रिपाठी एडवोकेट, एसपी शुक्ला उप प्रबंधक,सोम दुबे,संजय सिन्हा ,धर्मेंद्र श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित थे |
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़