बिहार/मझौलिया- पवित्र श्रावण मास का आज प्रथम सोमवार श्रावण अर्थात सावन का महीना। हिंदू धर्म में अपना विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है। अहले सुबह से ही राजघाट शिव मंदिरों में भक्तों का ताता देखने को मिली। पूरा मंदिर परिसर भक्तों से खचाखच भरा रहा। राजघाट उत्तरवाहिनी यानी कोंहड़ा नदी से जल भरकर श्रद्धालुओं ने राजघाट शिव मंदिर व बाबा नागेश्वर नाथ महादेव मंदिर मझौलिया एवं प्रखंड के भिन्न-भिन्न शिवालयों में जाकर जलाभिषेक किया। सावन का पावन महीना भक्ति में हो चुका है मान्यता है। कि सावन में ही भगवान भोलेनाथ कैलाश से उतरकर शिवालयों में विराजमान होते हैं । और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं । सावन में शिवलिंग पर जलाभिषेक किए जाने का विशेष महत्व है। बोल बम, जय शिव,चाची बम,चाचा बम,भैया बम, हर-हर महादेव के जयकारे सड़कों पर गूंजने शुरू हो गए हैं। आपको बता दें कि कांवरियों का जत्था ट्रेनों और बसों और बाइको से लेकर पैदल ही बाबा धाम देवघर अयोध्या काशी विश्वनाथ जाने की तैयारियां शुरू हो गई है । राजघाट से भक्तों का हुजूम बम बम के जयकारे लगा कर अपनी मंजिल की ओर जोश खरोश के साथ बढ़ता नजर आए। भगवान शिव के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया वहीं मझौलिया पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे। श्रावण मास में पवित्र नदियों से जल भरकर जलाभिषेक की परंपरा है। देवों का देव महादेव भोलेनाथ की पूजा और आराधना करने से वैवाहिक जीवन में सुख और शांति मिलती है। यह महीना शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट