बरेली। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के लोग अपनी छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां सिटी मजिस्ट्रेट व एसीएम ज्ञापन लेने पहुंचे तो किसानों ने ज्ञापन देने से मना कर दिया। किसान डीएम को ज्ञापन लेने आने की बात कहते हुए कलेक्ट्रेट परिसर मे धरने में बैठ गए। सिटी मजिस्ट्रेट और एसीएम ज्ञापन लेने पहुंचे तो उनसे नोकझोंक हो गई। पुलिस ने कलेक्ट्रेट मे जाने से रोका तो किसान उनसे भी उलझ गए। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने से मनाकर किसान डीएम को बुलाने की जिद पर अड़ गए और कलेक्ट्रेट परिसर में जाकर धरने पर बैठ गए। मामला तूल पकड़ा देख डीएम अविनाश ने कुछ किसान नेताओं को कलेक्ट्रेट सभागार मे बुलाया और उनसे वार्ताकर ज्ञापन लिया। साथ ही आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का निदान शीघ्र किया जाएगा तब जाकर धरना समाप्त हुआ। किसानों ने ज्ञापन में डीएम को बताया कि आवारा गौवंश से पूरा जिला बहुत दुखी है किसी को जान से मारते हैं किसी का खेत उजाड़ देते हैं और सड़कों पर आए दिन बड़े-बड़े एक्सीडेंट हो रहे हैं इन्हें जल्द से जल्द गौशाला में छुड़ाया जाए। जिले की कई गन्ना मिलों ने पिछले वर्ष का गन्ने का भुगतान नही किया है। बहेड़ी, नवाबगंज गन्ना मिल, सेमीखेड़ा गन्ना मिल पर किसानों का करोड़ों रुपये का बकाया है। खाद के साथ जबरन नैनो यूरिया थमाने की बात कही। आरोप लगाया कि ब्लॉक, तहसील और थाने में कोई भी कार्य बगैर रिश्वत नही होता। दाखिल खारिज, विरासत दर्ज होना, राशन कार्ड में नाम दर्ज करने के लिए वसूली होती है। तहसील दिवस में दी शिकायतों में खानापूर्ति का आरोप लगाया और कहा कि सही काम करने की बजाय कागज का पेट भरने में ज्यादा ध्यान रखते है।।
बरेली से कपिल यादव