मीरजापुर- एनआरसी और सीएए को लेकर बवाल थमता नहीं दिख रहा है। जेएनयू और जामिया यूनिवर्सिटी में सीएए व एनआरसी का विरोध पूरे देश मे देखने को मिल रहा है। जिसमे बुधवार को बहुजन क्रांति मोर्चा के तत्वाधान में सिटी क्लब के मैदान में एनआरसी और सीएए के विरोध में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमे महामहिम राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन दिया।जिसमे इस ज्ञापन में 12 सूत्री प्रमुख मांगे हैं।जिसमे असम में 1720933 लोगों को निकाल दिया गया है, उन लोगों को फिर से एनआरसी की सूची में शामिल किया जाये। सीएए कानून भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 ,15 और 21 का हनन करने वाला कानून है, इसलिए इसको रद्द किया जाए। सीएए कानून की वजह से देश में अशांति फैल चुकी है इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेवार है, इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दो सामाजिक समूहों में विवाद निर्माण करने का गुनाह का केस दर्ज किया जाए तथा इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किया जाय। इसी के साथ चौथी मांग एनआरसी और सीएए के विरोध में आंदोलन करने वालों पर जो मुकदमे लगाए गए हैं उनको बिना शर्त वापस लिया जाए। एनआरसी और सीएए के तहत नागरिकता का अधिकार देते समय डीएनए कार्ड से जोड़ा जाय क्योकि सही व्यक्ति को नागरिकता प्रदान की जाए अर्थात डीएनए कार्ड के आधार पर ही नागरिकता दी जाए। ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाकर ईवीएम की वजह से आए हुए चार दोष दुरुस्त करने के लिए वीवीपैट लगाने का कानून बनाया जाए, वर्तमान सरकार ईवीएम घोटाले से सरकार बनी है इसलिए ईवीएम के साथ लगाई गई वीवीपैट की पर्ची की गिनती कराई जाए। चुनाव आयोग को अनियंत्रित अधिकार दिए गए हैं जिस को समाप्त करके स्वतंत्र योजना का निर्माण किया जाए। राजनीतिक आरक्षण बढ़ाकर एससी और एसटी को प्रतिनिधित्व विहीन किया गया है। इसके लिए पूना पैक्ट की शर्तों का अमल करते हुए राजनीतिक आरक्षण समाप्त किया जाए एवं राजनीतिक आरक्षण की समीक्षा की जाए, जातियों को स्वतंत्र रूप से आरक्षण दिया जाए , और ओबीसी के आरक्षण को बिल्कुल ही धक्का ना लगाया जाए। जनगणना में जाति आधारित जनगणना की जाए और उसका रिकॉर्ड डाटा हार्ड कॉपी में रखकर प्रकाशित किया जाए ताकि जनता इसको देख सके एनआरसी और चीते में जो नागरिक आते हैं। उनको नागरिकता अधिनियम 1955 और विदेशी अधिनियम 1946 व भारतीय संविधान के अनुच्छेद 611 के अंतर्गत धर्म वेद को ना मानते हुए प्रदान किया जाए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेंद्रनाथ कुशवाहा ,बसंत लाल मौर्य, मोहन लाल यादव दूधनाथ दिलीप कुमार आदिवासी भोलानाथ प्रजापति इंजीनियर हरिशंकर बहुत इंजीनियर पन्ना लाल शर्मा अभिमन्यु देवेंद्र पटेल रामकृष्ण राव रामपाल यादव जुबेर आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्टर:-बृजेन्द्र दुबे मिर्जापुर