हरिद्वार/रुड़की- सिंचाई परिकल्प विभाग में एक ठेकेदार ने एसडीओ और जेईई पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस दौरान ठेकेदार ने अपने साथियों के साथ कार्यालय परिसर में धरना दिया। अंत मे आलाधिकारियों की मध्यस्ता में दोनो पक्षो के बीच समझौता करवाया गया।
रूड़की के सुनहरा निवासी विक्रांत कुमार ने बताया कि पिछले दिनों उसने जिला उद्योग केंद्र में एक भवन का निर्माण किया था जिसकी कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग थी। विक्रांत के अनुसार उसने कार्य पूरा किया और विभाग की ओर से उसे भुगतान भी कर दिया गया। लेकिन टेंडर के लिए जमा की गई पचास हजार की जमानत राशि वापस नही की।इसके लिए कई बार अधिकारियों के चक्कर काटे लेकिन किसी भी अधिकारी ने संतोषजनक जबाब नही दिया। विक्रांत का आरोप है कि उससे जमानत राशि वापस दिए जाने की बाबत पांच हजार रुपए की मांग की गई। सोमवार को एक बार फिर विक्रांत जेई के समीप पैसे मांगने गया लेकिन जेई ने कोई संतोषजनक जबाब नही दिया। इसके बाद विक्रांत ने अपने समर्थकों को मौके पर बुला लिया और जेई एवं एसडीओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर धरना दिया। धरने की जानकारी पाकर मौके पर पहुँचे अधिशासी अभियंता विनोद डंगवाल ने दोनो पक्षो के बीच समझौता करवाया। मामले में जेई मुकेश ने बताया कि ठेकेदार द्वारा लगाया गया आरोप बिल्कुल गलत है। उन्होंने किसी से कोई पैसा नहीं मांगा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि ठेकेदार को जमानत राशि वापस लेने के लिए उनसे लिखित में एप्लीकेशन लिखकर देने की बात कही थी जो कि उन्होंने नहीं दी थी। विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठकर बात हो गई है और विभाग को जमानत राशि वापस करने के लिए ठेकेदार की ओर से एप्लीकेशन दे दी है। जिसके बाद उन्हें उनकी जमानत राशि जल्द वापस कर दी जाएगी। धरना देने वालों में राजेंद्र चौधरी, हरपाल त्यागी, सुधीर चौधरी, राजू, ऋषभ चौधरी, शेखर बालियान आदि मौजूद रहे।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट