फरीदपुर, बरेली। संतोष पॉलीफेव (हरियाली बाजार) फैक्ट्री मे ठेकेदार शिवनन्दन सिंह की संदिग्ध मौत मामले ने नया मोड़ ले लिया है। हत्या का मुकदमा दर्ज होते ही रविवार को फॉरेंसिक टीम ने फैक्ट्री पहुंचकर शिवनन्दन के कमरे की गहन जांच की। टीम के साक्ष्य जुटाने के दौरान फैक्ट्री कर्मियों द्वारा मीडिया कवरेज रोकने की हरकत ने मामले को और संदिग्ध बना दिया। कमरे को सील कर लंबी जांच के दौरान पत्रकारों को अंदर न जाने देना कई सवाल खड़े कर रहा कि आखिर फैक्ट्री प्रबंधन सच को क्यों छिपाना चाहता है। परिजनों का आरोप है कि कम्पनी पर 35 लाख रुपये की उधारी बकाया भी और पैसा मांगने पर फैक्ट्री प्रबंधन के लोग शिवनदंन पर लगातार दबाव बना रहे थे। शिकायतकर्ता गुरूपाल के मुताबिक 4 दिसंबर को लापता हुए शिवनन्दन फैक्ट्री के एक कमरे मे बेहोश मिले। होश आते ही उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें जहरीला पदार्थ पिलाया है। कुछ ही देर मे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चारों जिम्मेदारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने तक पूरे इलाके में दहशत और फैक्ट्री प्रबंधन पर अविश्वास का माहौल बना हुआ है।।
बरेली से कपिल यादव
