वाराणसी- आज बीएचयू गेट पर जॉइंट ऐक्शन कमेटी द्वारा प्रतिरोध सभा आयोजित किया गया। प्रतिरोध सभा में उन्नाव में किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर रोष प्रकट किया गया। साथ ही जेएनयू में कई दिनों से चल रहे छात्रों के प्रदर्शन के दमन के खिलाफ प्रतिरोध मार्च भी आयोजित किया। सभा में छात्र किसान संघर्ष को एकरूप माना गया। कहा गया की छात्रों की निजीकरण और बाजारीकरण के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है वो असल में किसानों की ही लड़ाई का विस्तार है। बीएचयू गेट पर बनारस शहर के नागरिक समाज की भी जुटान हुई। सभा में जागृति राही ने कहा की उन्नाव में किसान अपनी जमीन के लिए मुआवजा माँग रहे थे। अन्नदाता को अपनी माँग रखने के लिए लाठियों से बर्बर तरीके से मारा गया। यह एकदम विकट स्थिति है। किसानों पर मंदसौर से लेकर उम्भा सोनभद्र तक गोलियां चल रही है। उनकी फसल का दाम नही मिल रहा है। कर्ज में डूबकर वो रोज सुसाइड करने को मजबूर हो रहा है। अब धैर्य जवाब दे रहा है। लोग सड़क पर उतर रहे है। कैम्पस में छात्र आंदोलनरत है । सरकारी संस्थानों में कर्मचारी हड़ताल पर है। खेतो में किसान आंदोलन कर रहे है। स्वामीनाथन कमेटी की संस्तुतियां फाइलों में पड़ी पड़ी धूल खा रही है। हरित क्रांति के तमगे अब कौड़ी के भाव बेचने का समय आ गया है। छात्र पढ़ नही पा रहा है। नौजवान कैम्पस से बाहर बेरोजगारी की मार में बिलबिला रहा है। किसान अपने अनाज और खेत सहित बुरे हाल में है और आत्महत्या को अभिशप्त है। ऐसे में यूपी में योगी जी की सरकार और केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की सरकार कैसे न्यू इंडिया के सपने बेच सकती है। विदेशों में घूमते टहलते मोदी जी को याद ही नही रहा की भारत की मूलभूत समस्या क्या है। बीजेपी की सरकार रोज कोई न कोई सरकारी संस्थान बेच रही है। बीएसएनएल, डीएलडब्ल्यू, भेल,एयर इंडिया, बिजली विभाग और तमाम संस्थानों को बर्बाद करने पर आमादा है। प्रतिरोध सभा के बाद एक मार्च निकला और जेएनयू के साथ एकजुटता जताते हुए छात्र किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए गए। अन्नदाता जिंदाबाद, योगी मोदी किसान विरोधी, योगी मोदी छात्र विरोधी आदि नारो के साथ लंका अस्सी क्षेत्र गूंजता रहा।
सभा और मार्च में प्रमुख रूप से विकास सिंह, संजीव सिंह, जागृति राही, रामायण पटेल, प्रवीण यदुवंशी , डॉ अनूप श्रमिक, रविन्द्र भारती, सानिया अनवर, नीतीश, शशांक, आदर्श, रौशन, अनिकदेव, रितेश, श्रेया , शरदेन्दु, राज अभिषेक, रौहन, विवेक, प्रतीक, प्रियेश,विष्णु, विजेंद्र खामोश, प्रेम सोनकर, विवेक और धनन्जय आदि मौजुद रहे।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी