बरेली। माह अक्टूबर की पेंशन न रुक जाए इस डर से पेंशन धारक जीवित प्रमाणपत्र जमा करने के लिए परिजनों के साथ कोषागार पहुंच रहे हैं। दो दिन की छुट्टी के बाद सोमवार सुबह से सैकड़ों की संख्या में पेंशनधारक परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कोषागार पहुंच गए। कोषागार में बुजुगों की भीड़ जुटने की जानकारी मिलते ही मुख्य कोषाधिकारी आनन-फानन में कार्यालय पहुंचे और सौ कुर्सियां मंगवाकर डलवाई ताकि बुजुर्ग पेशनधारकों को दिक्कत न हो। कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार कार्यालय सोमवार को दो दिन के अवकाश के बाद खुला तो पेंशनधारकों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर दो बजे तक इतने पेंशनधारक पहुंच गए कि कोषागार कार्यालय में पैर रखने की जगह नही बची। किसी तरह कर्मचारियों ने स्थिति संभाली। मुख्य कोषाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि पेंशनधारकों की भीड़ देखकर कोषागार के पूरे स्टाफ को अन्य कार्य छोड़कर सिर्फ पेंशनधारकों के फार्म भरवाने और जमा कराने में लगा दिया। तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी बुजुगों की देखरेख मे लगा दिए। जनपद मे करीब 26 हजार पेंशन धारक हैं। इसमें से 22 हजार पेंशनधारकों को रेगुलर पेंशन जारी होती है। उन्होंने बताया कि पेशन धारक जीवित प्रमाणपत्र किसी भी महीने मे जमा कर सकते हैं। उनके लिए नवंबर माह में ही जीवित प्रमाणपत्र जमा करना जरूरी नही है। जिस महीने में कर्मचारी या अधिकारी सेवानिवृत्त हुए है। उस महीने मे भी जमा किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जीवित प्रमाणपत्र जमा करने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी दी गई है। पेंशनधारक किसी भी जनसेवा केंद्र से ऑनलाइन जीवित प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। यदि कोई दिक्कत हो रही है तो उन्हें बताएं। समस्या का निदान कराया जाएगा। पेंशनधारक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कार्यालय आ सकते है।।
बरेली से कपिल यादव
