बरेली। नेशनल हाईवे पर फर्जी जीएसटी अधिकारियों का गिरोह सक्रिय है जो ट्रक चालकों और व्यापारियों से वसूली कर रहा है। ताजा मामला शाहजहांपुर की एक महिला उद्यमी से जुड़ा है। फरीदपुर इंडस्ट्रियलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने इस संबंध मे इटावा और बरेली के जीएसटी अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजा है। दो नवंबर की सुबह करीब 10:30 बजे फरीदपुर इंडस्ट्रियलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह को शाहजहांपुर निवासी एवरग्रीन ट्रेडर्स की प्रोपराइटर रिचा मोंगा का फोन आया। उन्होंने बताया कि उनका लकड़ी से भरा ट्रक इटावा मे रोक लिया गया है और खुद को जीएसटी अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने एक लाख रुपये जुर्माना लगाने की धमकी दी है। रिचा ने बताया कि जब उस फर्जी अधिकारी के फोन नंबर 9651580232 पर कॉल किया तो कॉलर आईडी पर उसका नाम डीसी उपाध्याय जीएसटी दिखा रहा था। रिचा के एकाउंटेंट ने जब उस नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की तो फर्जी अधिकारी ने 50 हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगा और न देने पर ट्रक सीज करने की धमकी दी। गुरप्रीत सिंह ने तत्काल इटावा के जीएसटी कमिश्नर ग्रेड-2 सुरेंद्र मोहन से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि की कि इस नाम का कोई अधिकारी विभाग में नही है। इसके बाद फर्जी अधिकारी ने 20 हजार रुपये मे मामला निपटाने की बात कही। रिचा के पति सनी मोंगा ने आरोपी द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड पर 10 हजार रुपये भेजकर जांच की तो उसमे रत्नेश पटेल नाम दिखा। गुरप्रीत सिंह ने डीएम, एसएसपी बरेली सहित जीएसटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उद्योगपतियों का कहना है कि हाईवे पर ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है।।
बरेली से कपिल यादव
