जिले मे नदियों के जलस्तर बढ़ने से बिगड़े हालात:तबाही का आलम, कई घर कराए गए खाली

फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। उत्तराखंड के डैम से बाढ़ का पानी छोड़ने और बरेली में लगातार हुई बारिश से रामगंगा नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। वही शहर के अंदर किला नदी में भी उफान आ गया है। इसके चलते बाढ़ के हालात रहे। प्रशासन ने किला नदी के किनारे बने कुछ घरों को खाली करा लिया है और लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया है। बही फतेहगंज पश्चिमी मे एक बार फिर रामगंगा में बढ़े जल स्तर ने गांव देहात में तबाही मचानी शुरू कर दी है। रामगंगा में खतरे के निशान से दो मीटर ही दूर जल स्तर है। रामगंगा का जल अब रामगंगा मंदिर के किनारे तक पहुंच गया है। इसकी वजह से आसपास के तमाम क्षेत्रों में गांव-गांव पानी पहुंचने लगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के गोद लिए फतेहगंज पश्चिमी के गांव रहपुरा जागीर में भी बाढ़ के पानी ने दस्तक देकर खलबली मचा दी है। शुक्रवार की सुबह करीव सात बजे से रहपुरा जागीर, मीरापुर, भोलापुर समेत 20-25 गांव में पानी पहुंचने लगा। लोगों के घरो में भी भर गया। जिससे पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई है। बाढ़ विभाग के एक्सईन राजीव कुमार का कहना है, रात में भी कालागढ़ से पानी छोड़ा गया है। इसलिए ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है, जो भी बाढ़ प्रभावित गांव हैं, वहां पहले से ही लोगों को अलर्ट कर दिया गया था। 43 बाढ़ चौकी प्रभारियों के नेतृत्व में टीमें काम कर रही हैं। राम गंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है। जिले में नदियों में जलस्तर बढ़ने से शहर के बाकरगंज मे शुक्रवार की सुबह पानी उतर आया हैं। जिससे किला थाना की बाकरगंज पुलिस चौकी पर बेरिकेडिंग लगा दी गई हैं। आसपास के कई गांव के लोगों का रास्ता बंद हो गया हैं। कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया हैं। कई ने मकान खाली कर दिये हैं। लोग घरों की छतों पर है। सुबह करीब 5 बजे बाढ़ का पानी आया हैं। जिससे ऊंचा गांव, हुसैनपुर सहित 30 गांव से जुड़ने वाले रास्ता राघव ढोलीपुर किला नदी से जुड़ता हुआ पुल को पुलिस ने एहतियात बरतने को लेकर बेरिकेडिंग लगाकर बन्द कर दिया हैं। घर पूरे और नीचे बने हुए हैं उनमे बाढ़ का पानी घुस गया है। अफसरों ने हालात का जायजा लेने के लिए रामगंगा नदी का निरीक्षण किया था। इस दौरान नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को भी अलर्ट किया गया था। रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे ग्रामीण काफी परेशान है। हालात से निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में नावों के साथ ही गोताखोरों की टीम भी जाल के साथ तैनात है। इस दौरान प्रशासन की टीम घूम-घूम कर हालात का जायजा ले रही है। जिस तरह से रामगंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, उससे जिले के करीब 400 गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। कुछ गांवों बाढ़ का पानी भरना शुरू भी हो चुका है। कई गांवों से चंद कदम की दूरी पर बाढ़ का पानी बह रहा है।।

बरेली से कपिल यादव

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