आजमगढ़- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान ‘‘कवच’’ प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ।उन्होने कहा कि जब तक महिलाएं अशक्त रहेंगी तब तक सशक्त राष्ट्र का निर्माण नही हो सकता है। इस अभियान का उद्देश्य बालिकाओं के प्रति सुरक्षा फैलाने के साथ-साथ बालिकाओं को इस बात से अवगत कराना है कि किसी भी असहज स्थिति में बालिकाएं खुद की सुरक्षा हेतु क्या-क्या कदम उठायें, और इस हेतु सरकार द्वारा कौन सी योजनाएं अथवा कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, जिससे वो सहायता प्राप्त कर सकती हैं।जिलाधिकारी द्वारा पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि महिलाओं से संबंधित मामलों में यदि एफआईआर की ड्राफ्टिंग सही हो तो 80 प्रतिशत महिलाएं होस्टाइल नही होंगी। उन्होने कहा कि महिलाओं से संबंधित जो भी मामले आयें उसका त्वरित और आदर पूर्वक निस्तारण किया जाय।आगे उन्होने बताया कि 30 स्कूलों में 50-50 लड़कियों को कराटे का प्रशिक्षण 01 अगस्त 2019 से दिया जाना है, जिसके उपरान्त प्रशिक्षित 1-1 लड़की अपने स्कूलों में 30-30 लड़कियों को कराटे का प्रशिक्षण देंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि आज के समाज में लोगों की मानसिकता में विकृतियां भरी पड़ी हैं, आज हमें इन विकृतियों को दूर करने की जरूरत है, मानसिक विकृतियों के कारण ही आज जगह-जगह लड़कियों,महिलाओं के साथ दुराचार की घटनायें हो रही हैं,जिलाधिकारी ने बताया कि 12 वर्ष तक के बच्चों के अवचेतन मन का विकास तेजी से होता है, इस उम्र में बच्चे बाहरी परिवेश से ज्यादा सीखते हैं, यदि इस समय बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दी जाये तो बच्चों के अन्दर स्वस्थ अवचेतन मन का विकास होगा, जिससे बच्चा आगे चलकर अच्छा कार्य करेगा।इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 जितेन्द्र प्रताप सिंह, यूनिसेफ के ट्रेनर नीरज शर्मा, प्रतीश तिवारी, पुलिस के संबंधित अधिकारी, 181 महिला हेल्प लाईन टीम की सदस्यगण, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा महिला पुलिस कर्मी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़