जिन जानवरों पर कानूनी तौर पर पाबन्दी है उनकी कुर्बानी न करे: सुलेमान अशरफ़

सम्भल- बकरा ईद के मौके पर सम्भल शहर इमाम ईदगाह मौलाना सुलेमान अशरफ हामिदी ने कहा कि कोरोना काल में आने वाले ईदुल अदहा के इस त्यौहार पर हमें हुकूमत द्वारा जारी की गई ज़रूरी हिदायत पर अमल करते हुए कुर्बानी की सुन्नत पर अमल करते हुए ईद मनानी है साथ ही अपील करते हुए कहा । समाज को हर तरह के फ़साद व बीमारी, वबा वग़ैरह से बचने की ज़िम्मेदारी हम पर हमारे दीन ने डाली है। जिसे हमें अंजाम देना है, इसी के साथ उन्होंने दस बिंदुओं पर खास तौर से ध्यान रखते हुए ईद मानने को कहा ईदगाह इमाम ने कहा कि अमल हम पर ज़रूरी है ।

  1. रास्तों और अवामी जगहों पर कुर्बानी ना करें बल्कि मुम्किन हो तो चहारदीवारी में एहतेमाम करें ।
  2. जिन जानवरों पर क़ानूनी तौर पर पाबंदी है उनकी क़ुर्बानी करने से परहेज़ करें ।
  3. क़ुर्बानी का ख़ून नालियों में ना बहाऐं बल्कि उसे दफ़न करें ,जानवरों का वह हिस्सा जो नही खाया जाता दफ़न करें ।
  4. साफ़ सफ़ाई का ख़्याल रखें किसी को आपकी वजह से परैशानी ना हो ।
  5. क़ुर्बानी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर ना करें ।
  6. क़ुर्बानी के गोश्त को ग़रीबों और परैशान हाल लोंगों तक पहुंचाने का इंतज़ाम करें ।
  7. जो लोग नफ़्ली क़ुर्बानी का इरादा रखते हैं बहतर है कि कोरोना वबा के चलते भूख से परेशान, बेरोज़गार ग़रीब, मज़दूरों या दूसरी परेशानियों में मुब्तिला लोंगों की माली मदद करें ।
  8. बिरादराने वतन के जज़बात का ख़्वाब रखें, क़ानून व्यवस्था बनाऐ रखें और क़ानून का उल्लंघन ना करें ।
  9. कुर्बानी के अवशेष को सड़कों पर ना फेंकें ।
  10. क़ुर्बानी के गोश्त को खुला ना ले जाऐं, पुलिस प्रशासन का सहयोग करें ।

सम्भल से सय्यद दानिश अली

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