बरेली। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अपने स्वयं के आदेश 15 मई 2017 का उल्लंघन कर विद्युत उपकेंद्रों के परिचालन व अनुरक्षण कार्य में लगे संविदा, आउटसोर्सिंग कर्मियों की छटनी कर रहा है। बरेली के नगरीय क्षेत्र में 113 व ग्रामीण क्षेत्र से 34 लोगों को हटाया गया है। नौ हजार वेतन पाने वाले कर्मचारियों पर फेशियल अटेंडेंस लगाने का दवाब डाला जा रहा है। 55 वर्ष का हवाला देकर बकाये वेतन का भुगतान किए बगैर ही कार्य से हटाया जा रहा है। ऐसे में छटनी के विरोध में शनिवार को दूसरे दिन भी विद्युत संविदा मजदूर संगठन व उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन जारी रहा। संगठन के जिलाध्यक्ष रिंकू श्रीवास्तव ने बताया कि यूपीपीसीएल व सहयोगी निगमों द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे कर्मचारियों का लेबर में अनुबंध कर उनसे लाइनमैन, उपकेंद्र परिचालन जैसे कार्य कराए जा रहे हैं। काम लेने के बाद वेतन भुगतान में भी भेदभाव किया जा रहा है। बिजली कि चपेट में आकर या खंबे से गिरकर घायल होने वाले कर्मचारियों का कैशलेस उपचार भी नहीं किया जा रहा है। छटनी समेत अन्य मांगों के विरोध में सभी मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जल्द ही सभी लखनऊ स्थित मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय व यूपीपीसीएल चेयरमैन के कार्यालय के बाहर जाकर सभी धरना प्रदर्शन करेंगे। वहीं विद्युत संविदा मजदूर संगठन के महामंत्री राशिद हुसैन ने बताया कि संविदा कर्मियों की छटना के विरोध में दो मई से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू किया गया है। पांच मई को सभी मध्यांचल के सभी जिलों में एक दिवसीय सत्याग्रह व कार्य बहिष्कार किया जाएगा। जबकि सात मई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल मध्यांचल विद्युत वितरण मुख्यालय पर किया जाएगा। तसलीम खान, आसिफ अली, फहीम, सैय्यद असलम अली, मोहम्मद कासिम, अफसार हुसैन, साहिल खान, मोहम्मद नदीम, शमीम अंसारी, अब्दुल शकील, मोहम्मद हामिद, ताहिर खान आदि रहे।।
बरेली से कपिल यादव