देवबंद । चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चौदश को लगने वाला मेला मॉ त्रिपुर बालासुन्दरी देवी, कोरोना संक्रमण की भेंट चढ गया है । सोमवार चौदश का दिन मॉ बालासुन्दरी देवी की पूजा अर्चना का मुख्य दिन होने के कारण, मेले मे हजारों की भीड पूर्व दिन की आधी रात्री से दर्शनों के लिए उमड जाती थी । मगर इस बार मॉ का मंदिर बंद है ।
हजारों वर्षों से मॉ बालासुन्दरी देवी के मंदिर पर नवरात्र से ही भक्तों की भारी भीड दर्शनार्थ उमड़ती थी तथा चैत्र शुक्ल पक्ष की चौदश से पूर्व ही मॉ के भवन के प्रांगण मे विशाल मेले का आयोजन होता आरहा है । चौदश के दिन प्रदेश ही नही देश के कोने कोने से श्रद्धालु यहां माॅ के दरबार में आकर मत्था टेकने के साथ अपनी मन्नत पूरी होने पर प्रसाद चढाते है । पौराणिक काल से यहॉ मॉ के दरबार में प्रतीकात्मक बकरे की बली के रूप में जीवित बकरी का बच्चा चढाया जाता है । मॉ बालासुन्दरी देवी का यह मेला नगरपालिका के द्वारा भरवाया जाता है, जो लगभग बीस बाइस दिन तक चलता है । पिछले वर्ष तथा इस वर्ष कोरोना के कारण यह मेला प्रशासन ने स्थगित कर दिया है ।
क्षेत्र के लोगों का ही नही तमाम हिन्दू समाज का मॉ त्रिपुर बालासुन्दरी देवी पर अटूट विश्वास है और आज चौदश मॉ के पवित्र दिन सबने घर पर ही नवरात्र के व्रत और पूजा कि तरहा पूजा आदि करके मॉ से प्रार्थना की है, कि वह हमारे क्षेत्र के साथ पूरे देश मे सुख शान्ति रखे ।
नगरपालिका देवबंद ने मार्च माह की बोर्ड बैठक मे मेला आयोजन के लिए तैयारियां सुरू करदी थी परन्तु प्रशासन ने अनुमति नही दी थी । मेला चेयरमैन सुधा गांधी के प्रतिनिधि पति अजय गांधी का कहना है, कि वह इस बार मेले को पूर्व के वर्षों से भव्य और सुन्दर लगाने का प्रयास करते ।
– सहारनपुर से मन्थन चौधरी