सीतापुर में पुलिस और पत्रकार मामले पर संज्ञान नहीं ले रहे उच्चाधिकारी
सीतापुर पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर पर जांच की दी जा रही जानकारी
सीतापुर। उत्तर प्रदेश योगी सरकार भले ही पत्रकारों की उचित सम्मान की बात करते हैं तो वही उनके अधीनस्थ कर्मचारी उनकी छवि को धूमिल करने की जुगत में लगे है जनपद में पुलिस द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता के मामले बढ़ते जा रहे हैं लेकिन उच्चाधिकारी ऐसे पुलिस कर्मियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जिससे पत्रकारों के सम्मान को ठेस पहुंच रही है।आपको बता दे कि थाना क्षेत्र रेउसा के अंतर्गत चार दिन पहले 4 अगस्त 23 को एक मामले में कवरेज के लिए गए स्थानीय पत्रकार से थाने के सिपाही शुभम तिवारी द्वारा कवरेज के दौरान अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया और कवरेज के किए गए साक्ष्य को मिटाने के लिए उसका मोबाइल फोन हांथ से ले लिया और पत्रकार के साथ अनुचित व्यवहार किया।खबर कवरेज के दौरान आरक्षी ने पत्रकार से अभद्रता की बात जब अन्य पत्रकारों को हुई तो सभी ने सिपाही पर कार्रवाई की मांग करने लगे और पीड़ित पत्रकार द्वारा एसपी सीतापुर को एक पत्र लिखा जिसमें पीड़ित पत्रकार ने बताया कि सिपाही द्वारा कवरेज के दौरान अनुचित व्यवहार किया गया है जिससे समस्त पुलिस महकमे की छवि धूमिल हो रही है ऐसे पुलिस कर्मी पर आवश्यक कार्रवाई किया जाना चाहिए।लेकिन पीड़ित पत्रकार की शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं हुई है जिसके कारण पत्रकार संगठनो में भारी रोष व्याप्त है।पीड़ित पत्रकार का कहना है कि घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही न होना यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग अपने विभागीय कर्मी को संरक्षण देने का काम कर रहा है वहीं आरोपी सिपाही एक ही जगह कई वर्षो से तैनात है।इससे पहले 29 मई 23 को जनपद लखीमपुर खीरी के पत्रकार एपी सिंह से जेल गेट चौकी पुलिस कर्मियों द्वारा अनुचित व्यवहार किया गया था जिसमें तानसेन गंज चौकी पुलिस प्रभारी उग्रसेन सिंह ने एक पक्षीय जांच करके मुख्यमंत्री सहित पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को गुमराह किया गया था।पीड़ित पत्रकार ने बताया है कि उपरोक्त आरक्षी पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वह संगठन को लेकर उच्चाधिकारियों से मिलेगा और मामले पर उचित जांच कराने के साथ कार्रवाई की मांग करेगा।इस सम्बन्ध में पुलिस विभाग के ऑफिशियल ट्विटर पर किए गए ट्वीट के सम्बन्ध में बताया गया है कि मामले की जांच क्षेत्राधिकारी बिसवां को दी गई है मामले में जांच एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है।प्राप्त तथ्यों साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।