सीतापुर- इसकी शूटिंग बिसवां तहसील में चल रही है।कागज पर तुम मर चुके हो, तुम्हारे नाम कोई जमीन नहीं है। यह सरकारी कागज़ है। तुम्हारी जमीन की वरासत तुम्हारे भतीजो के नाम हो चुकी है। चल भाग यहाँ से सरकारी कागज झूट नहीं बोलता है। यह कोई वास्तविक घटना नहीं है। यह सतीश कौशिक की फिल्म “कागज” का डायलॉग है। इसकी शूटिंग बिसवां तहसील में चल रही है। फिल्म में एक किसान को मृतक दर्शाकर उसकी जमीन को तहसील अभिलेखों में दूसरे के नाम कर दिया गया है। जिसको ठीक कराने के लिये किसान लेखपाल के पास जाता है तो उक्त डायलॉग लेखपाल किसान से बोलता है। शूटिंग के दौरान तहसील का सारा काम काज ठप रहा। शूटिंग देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग डटे रहे। करोडो रूपए की लागत से बनने वाली इस फिल्म की शूटिंग बिसवां, कंदुनी सहित सीतापुर जिले के तमाम क्षेत्रों में हो चुकी है। शूटिग का आधा काम पूरा हो चूका है।फिल्म निर्देशक सतीश कौशिक ने बताया 2019 में फिल्म रिलीज होने की सम्भावना है। उन्होंने ने बताया कि आजमगढ़ के लाल बिहारी की कहानी पर यह फ़िल्म आधारित है। सरकारी कागजों के बीच व्यक्ति किस तरह उलझ जाता है कि उसे अपने को जीवित साबित करने के लये जीवन पर्यंत संघर्ष करना पड़ता है। सतीश कौशिक की यह फिल्म समाज और शासन में फैले भ्रष्टाचार को इंगित करेगी। इस अवसर पर फिल्म कलाकारों के अतिरिक्त शरद चौधरी, जयपुरिया, क्षेत्राधिकारी तौकीर अहमद, प्रभारी निरीक्षक संजय पांडेय, मेदांता दिल्ली की वरिष्ठ चिकित्सक भी मौजूद थी। इस पूरी टीम के कलाकारों का स्वागत नगरपालिका अध्यक्ष सीमा राजू जैन ने किया।
रामकिशोर अवस्थी
सीतापुर ब्यरो